प्रयागराज (ब्यूरो) चौक के रहने वाले नरेश दुबे का पेशाब की नली का इलाज चल रहा है। जब वह डॉक्टर को दिखाने अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि डॉक्टर साहब अवकाश पर गए हैं। एक अन्य डॉक्टर मौजूद थे लेकिन इलाज किसी और से चलने की वजह से नरेश घर वापस लौट गए। इसी प्रकार सोरांव की नाजिया का हार्ट का इलाज चल रहा है। वह ओपीडी में पहुंची तो पता चला कि संबंधित डाक्टर दो सप्ताह बाद मिलेंगे। उनका कहना था कि अब डॉक्टर के लौटने का इंतजार करना होगा। क्योंकि प्राइवेट में महंगा इलाज कराना मुश्किल है।

कठिन गुजरते हैं दो महीने
ऐसा हर साल होता है। सरकार मेडिकल कॉलेज के रेगुलर डाक्टर्स को एक माह समर और 15 दिन का विंटर वेकेशन देती है। मई से लेकर जुलाई के बीच यह डॉक्टर्स दो टर्म में एक-एक महीने का अवकाश लेते हैं। इस समय आधे नियमित डॉक्टर्स एक माह के अवकाश पर गए हैं। उनके लौटने के बाद बचे हुए आधे डॉक्टर्स जाएंगे। ऐसे में हर साल गर्मी के दो माह मरीजों को कठिन लगते हैं। इस दौरान गंभीर मरीजों को चुनौती भरे दौर से गुजरना पड़ता है।

संविदा वालों पर बढ़ गया है लोड
एमएलएन मेडिकल कॉलेज में इस समय 140 डॉक्टर्स नियमित हैं और बाकी पद संविदा के जरिए भरे गए हैं। सरकार वेकेशन केवल नियमित डॉक्टर्स को देती है। ऐसे में संविदा वालों पर प्रेशर गर्मियों में बढ़ जाता है। इस समय लगभग 70 डॉक्टर्स समर वैकेशन पर गए हैं। इनकी ओपीडी संविदा डॉक्टर्स को अटेंड करनी पड़ रही है। जो पुराने मरीज हैं उनको इस सिचुएशन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

रोजाना तीन हजार मरीज, 26 पद रिक्त
एसआरएन में पहले से डॉक्टर्स के 26 पद रिक्त हैं, जिनको भरे जाने की प्रक्रिया चल रही है।
समर वैकेशन ने मरीजों की पूरी गणित बिगाड़ के रख दी है।
एक हजार बेड वाले एसआरएन अस्पताल में रोजाना तीन हजार से अधिक मरीज पहुंचते हैं।
कई मरीज बेहतर इलाज की चाहत में शहर के प्राइवेट अस्पताल में पहुंच रहे हैं।

कहा कितने पद हैं रिक्त
एनाटमी- 1
गायनी- 1
एनेस्थीसिया- 1
कम्युनिटी मेडिसिन- 2
मेडिसिन- 2
डेंटल- 1
पैथोलाजी- 1
बायोकेमिस्टी- 2
फार्माकोलाजी- 4
माइक्रोबायलाजी- 1
गैस्टा्रेा- 1
जनरल सर्जरी- 1
इंडोक्राइनोलाजी- 3
कार्डियोथेरेसिक सर्जरी- 2
नेफ्रोलाजी- 1
प्लास्टिक सर्जरी- 1

हमारे नियमित डॉक्टर्स साल में दो बार वेकेशन पर जाते हैं। इस समय समर वैकेशन चल रहा है। मरीजों को दिक्कत न हो इसके लिए वह दो टर्म जाएंगे। मरीजों को देखने के लिए संविदा के डॉक्टर्स मौजूद हैं। किसी को कोई परेशानी नही होने दी जाएगी।
डॉ। एसपी सिंह
प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज