प्रयागराज (ब्‍यूरो)। माफिया ब्रदर्स अतीक अशरफ के नाम का खौफ दिखाकर वक्फ बोर्ड की जमीन कब्जा कर ली गई। जमीन की कीमत पचास करोड़ रुपये आंकी गई है। जमीन पर अवैध निर्माण करा दिया गया। माफिया ब्रदर्स के कारनामे किसी से छिपे नहीं रह गए हैं तो माफिया ब्रदर्स का फायदा रिश्तेदारों ने भी उठाया। इसका पता तब चला जब वक्फ बोर्ड की जमीन का केयर टेकर पुलिस के सामने पहुंचा। पूरामुफ्ती थाने में केयर टेकर ने तहरीर दी तो पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अशरफ की पत्नी, सालों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले में एक मुतवल्ली और उसकी पत्नी भी नामजद की गई है। केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब मामले की जांच करेगी।

अकबरपुर सल्लाहपुर में है जमीन
अकबरपुर सल्लाहपुर के रहने वाले सैयद मो.एजाज बड़े काश्तकार हैं। एजाज ने अपनी कई बीघा जमीन वक्फ बोर्ड को दी थी। यहां पर हटवा गांव के रहने वाले असियम बतौर मुतवल्ली नियुक्त हैं। मुतवल्ली ने माबूद अहमद को जमीनों का केयर टेकर नियुक्त किया था।

केयर टेकर ने दर्ज कराया केस
केयर टेकर माबूद अहमद ने पूरामुफ्ती पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि अशरफ की पत्नी जैनब निवासी हटवा, साले जैद, सद्दाम, सिवली, तारिक ने वक्फ बोर्ड की जमीन कब्जा कर लिया। इन लोगों ने मुतवल्ली असियम और उसकी पत्नी जिन्नत के साथ सांठगांठ कर कूटरचित दस्तावेज बनाकर करीब पचास करोड़ की जमीन को कब्जा कर लिया। उसे कई लोगों को बेच दिया। माबूद ने बताया कि वह गंभीर बीमारी से पीडि़त है। जिसके इलाज के लिए वह शहर से बाहर गया था। हाल ही में जब वह लौटा तो उसे वक्फ की जमीनों पर अवैध कब्जा दिखा। पूछने पर निर्माण करा रहे लोगों ने उसे बताया कि जमीन उन लोगों ने खरीद ली है। पूरामुफ्ती पुलिस ने केयर टेकर की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।

पहले भी कर चुका है शिकायत
केयर टेकर माबूद अहमद ने तहरीर में इस बात का भी जिक्र किया है वह पहले भी वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जे की शिकायत कर चुका है। माबूद के मुताबिक उसने सितंबर 2020, नौ और 29 नवंबर 2022, तात्कालीन जिलाधिकारी को 12 नवंबर 2022 और कमिश्नर को 27 दिसंबर 2022 को शिकायती पत्र दिया था।

जान से मारने की धमकी का आरोप
माबूद ने यह भी लिखा है कि उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आरोपितों को ये मालूम चल गया है कि वह वक्फ बोर्ड की जमीनों को बचाने के लिए पैरवी कर रहा है, इसलिए उसकी जान खतरे में है।

सद्दाम रहा है अशरफ का करीबी
माफिया अशरफ की शादी हटवा की जैनब फातिमा से हुई। इसके बाद जैनब का भाई सद्दाम अशरफ का बेहद करीबी हो गया। वह अशरफ के पैसों का हिसाब किताब रखने लगा, बल्कि अशरफ की बेनामी संपत्तियों की देखरेख भी सद्दाम के जिम्मे आ गई। उमेश पाल हत्याकांड के बाद सद्दाम का नाम सुर्खियों में आया। जांच में पता चला कि बरेली जेल में बंद रहने के दौरान अशरफ का पूरा मैनेजमेंट सद्दाम देखता था। सद्दाम भी बरेली में रह रहा था। इस दौरान पुलिस ने उसकी खोजबीन शुरू किया तो वह फरार हो गया। पिछले दिनों सद्दाम दिल्ली से पकड़ा गया था।

तीन साले भी अब आए चर्चा में
वक्फ की जमीन के मामले में अशरफ के तीन साले भी चर्चा में आ गए हैं। मामले में नामजद जैद अशरफ का सगा साला है। जबकि दो अन्य सिवली और तारिक जैनब के परिवार भाई हैं। अभी तक इन तीनों सालों का नाम कहीं चर्चा में नहीं था।

वक्फ बोर्ड की जमीन के केयर टेकर ने तहरीर दी है। पूरामुफ्ती पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। केस में अशरफ की पत्नी, उसके चार साले, मुतवल्ली और उसकी पत्नी नामजद की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वरुण कुमार, एसीपी धूमनगंज