- डीबीटीएल के चक्रव्यूह में उलझे कंज्यूमर्स

- सरकार ने लोगों को दिए थे सब्सिडी के 568 रुपए एडवांस

- दूसरे शहर कनेक्शन ट्रांसफर कराते ही एडवांस रकम काट रही सरकार

BAREILLY:

गैस का कनेक्शन दूसरे शहर ट्रांसफर कराने वाले कंज्यूमर्स को सरकार से एडवांस में मिली 568 रुपए सब्सिडी से हाथ धोना पड़ रहा है। कंपनियां सिक्योरिटी मनी या फिर बैंक अकाउंट से सब्सिडी का रुपया काट ले रही हैं। कंज्यूमर्स को सबसे बड़ा झटका यह लग रहा है कि दूसरे शहर में कनेक्शन लेने पर सब्सिडी का एडवांस तो मिलना नहीं है। सिक्योरिटी में बाकी के रुपए भी जमा करने पड़ रहे हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब कई कंज्यूमर्स को खाते से रकम कटने की जानकारी हुई।

सरकार ले रही अपना एडवांस

किसी और शहर में जाते ही लोग एडवांस से हाथ धो बैठ रहे हैं। शहर छोड़ते वक्त कंज्यूमर्स एजेंसी पर जैसे ही अपना बुकलेट, सिलेंडर व अन्य एसेसरीज जमा कर रहे हैं तो एडवांस में मिली सब्सिडी की रकम खाते से गुल हो जा रही है, जिसके चलते कंज्यूमर्स भी सकते में हैं कि उनके साथ यह क्या हो रहा है। गैस एजेंसियों पर ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। एसीएम लक्ष्मी शंकर जो कि पहले बरेली पोस्टेड थे। इलाहाबाद ट्रांसफर होने के बाद इन्होंने

जब अपना गैस कनेक्शन नंबर बंद करवाया तो एडवांस मिला पैसा अकाउंट से कट गया। अभी हाल में एसीएम हरिओम शर्मा के साथ भी ऐसा ही हुआ है। इनका भी ट्रांसफर इलाहाबाद के लिया हुआ है।

जॉब वालों को सबसे अधिक दिक्कत

नौकरी पेशा लोगों को सरकार की इस नीति से सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। किसी दूसरे शहर ट्रांसफर होते ही एडवांस में मिली सब्सिडी से हाथ तो धोना ही पड़ रहा है। दूसरे जगह कनेक्शन लेने पर सिक्योरिटी मनी में शेष रुपया भी जमा करना पड़ रहा है। एजेंसियों का कहना है कि सारा चीज सेंट्रलाइज होने से हम लोगों के बस में कुछ भी नहीं रहा। सिस्टम अपने आप सब कुछ कर रहा है।

किसी दूसरे शहर में जाने पर कंज्यूमर्स को मिला एडवांस रुपए वापस ले लिए जा रहे हैं। यह सब सेंट्रलाइज होने से हुआ है।

पीवी सिंह, सीनियर एरिया मैनेजर, इंडियन ऑयल

मेरे पास कलेक्ट्रेट के दो अधिकारियों के मामले आ चुके हैं। एडवांस पैसे रिटर्न होने से काफी दिक्कत आ रही है।

श्याम दा, ओनर, गैस एजेंसी

आए दिन सब्सिडी से जुड़ी शिकायत लेकर लोग बैंक पहुंचते है, जिन्हें समझाना कभी-कभी बहुत मुश्किल हो जाता है।

अम्बरीश शुक्ला, ब्रांच मैनेजर