- सॉलिड वेस्ट, कूड़ा कलेक्शन आदि बिन्दुओं पर की जांच

- शासन को डर गंदगी को चुनाव में विपक्षी बना सकते है मुद्दा

BAREILLY:

आगामी चुनाव से पहले ही बीजेपी को विपक्षियों का डर सताने लगा है। शासन को इस बात का डर सता रहा है कि वह शहर में फैली गंदगी, डोर टू डोर, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट आदि चीजों को मुद्दा बना सकती है। लिहाजा, शासन ने इन तमाम बिन्दुओं पर जांच शुरू करा दी है। शासन के निर्देश के बाद इंटेलिजेंस की टीम मंडे को नगर निगम पहुंची। टीम ने तमाम बिन्दुओं पर रिकॉर्ड चेक किए और अधिकारियों के बयान दर्ज किए।

दोपहर 1 बजे पहुंची टीम

शासन की नजर में नगर निगम की कार्य प्रणाली शक के घेरे में आ गई है। इसी बात को चेक करने इंटेलिजेंस के मुनीश कुमार मंडे को दोपहर 1 बजे करीब नगर निगम पहुंचे। उन्होंने बंद पड़े सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और कूड़े के ढेर सहित नगर निगम की अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी जुटाई। खासकर, स्वच्छता से जुड़े चीजों के साक्ष्य कलेक्ट करने में काफी देर तक जुटी रही। इंटेलिजेंस की टीम रिपोर्ट तैयार कर शासन को सौंपेगी।

टीम ने दर्ज किए बयान

टीम ने नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव से भी मुलाकात की, और सारी योजनाओं के बारे में जाना। उसके बाद टीम पर्यावरण अभियंता से भी साफ-सफाई के बारे में पूछताछ की। नगर आयुक्त के बयान दर्ज किए। इसके अलावा बाकी अधिकारियों के भी कूड़ा कलेक्शन और सॉलिड मैनेजमेंट प्लांट पर बयान दर्ज किए। सूत्रों की मानें तो इंटेलिजेंस टीम दोबारा जांच करने के लिए आ सकती है। बता दें कि पिछले दिनों शासन ने रजऊ परसपुर में खरीदी गई जमीन मामले की जांच करने के लिए विजिलेंस को निर्देश दिए थे।

कहीं विपक्षी मुद्दा ने बनाए

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी को विपक्षियों की चिंता सता रही है। उसे इस बात कर डर है कि शहर में फैली गंदगी, बंद पड़े सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को विपक्षी चुनाव में मुद्दा बना सकते हैं। इस वजह से वह इन तमाम पहलुओं पर जांच करा रही है।

इंटेलिजेंस की टीम आई थी। जिसमें सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट व कूड़ा कलेक्शन पर जानकारी लेने आए थे। पर्यावरण अभियंता से भी टीम ने इस मुद्दे पर बात की।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त