-विरोध के चलते नहीं लग पा रहे ट्रांसफॉर्मर

BAREILLY:

फॉल्ट के चलते बिजली गुल होती है तो अक्सर हम विभाग पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ते हैं, लेकिन शायद हम इस बात को नजरअंदाज कर रहे हैं कि अव्यवस्था के लिए बहुत हद तक खुद ही जिम्मेदार हैं। विभाग की योजना के मुताबिक यदि सिटी में जून तक 420 ट्रांसफॉर्मर लगाए जाने थे, लेकिन कुछ लोगों के जिद के चलते यह काम पूरा नहीं हो सका, जिसका खमियाजा शहर को फॉल्ट के रूप में भुगतना पड़ रहा है।

15 लग पाए ट्रांसफॉर्मर

स्कॉडा प्लान के तहत सिटी में 400 और 220 केवीए के 420 ट्रॉसफॉर्मर लगाया जाना है। इसे लगाने का काम जून तक पूरा कर लिया जाना था। पर, अफसोस की बात यह रही कि अभी तक महज 20 ट्रांसफॉर्मर ही लगाए जा सके हैं। यदि ट्रांसफॉर्मर लगाने का काम पूरा हो गया होता तो शायद नये ट्रांसफॉर्मर में लोड सहने की क्षमता होती। फिर, फॉल्ट की प्राब्लम में भी स्वाभाविक तौर पर कमी आ जाती।

विरोध पड़ रहा भारी

ट्रांसफॉर्मर लगाने के काम पर पब्लिक का विरोध भारी पड़ रहा है, बिजली कर्मचारी जिस भी मोहल्ले में ट्रांसफॉर्मर लगाने जा रहे हैं, वहां उन्हें विरोध का सामना करना पड़ता है। कोई भी नहीं चाहता है कि उसके घर के सामने या फिर आसपास ट्रांसफॉर्मर लगाया जाए। ऐसे में बिजली विभाग के अधिकारियों के समक्ष यह प्रॉब्लम खड़ी हो गई है कि वह ट्रांसफॉर्मर आखिर कहां लगाएं।

जनता भुगत रही खमियाजा

ट्रांसफॉर्मर न लग पाने की कुछ लोगों की जिद का खमियाजा शहर की जनता भुगत रही है। लोड न सह पाने की चलते आए दिन ट्रांसफॉर्मर फुंक रहे हैं। इसका अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि सिटी में जहां एक तरफ 15 नए ट्रांसफॉर्मर लगाए गए। वहीं, 20 ट्रांसफॉर्मर फुंक गए।

तो मिल गई होती राहत

इन ट्रांसफॉर्मर को उन इलाकों में लगाया जाना था, जहां लोड ज्यादा है और ट्रांसफॉर्मर कम क्षमता के हैं। ट्रांसफॉर्मर रिप्लेस करने के अलावा कई इलाकों में लोड को डिवाइड करने के लिए नए ट्रांसफॉर्मर लगाए जाने थे। यदि ये ट्रांसफॉर्मर लग गए होते तो निश्चिततौर पर लोड के चलते लाइन फॉल्ट की प्रॉब्लम कम हो गई होती। 20 घंटे पॉवर सप्लाई में फॉल्ट बाधा न बन पाता।

ट्रांसफॉर्मर लगाने का लोग विरोध कर रहे है। बिजली तो सब लोग चाहते है, लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं लगने देना चाह रहे हैं, जिसके चलते पिछले कुछ समय में 15 ट्रांसफॉर्मर ही लगाए जा सके।

वीके शर्मा, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग