- बिजली विभाग कॉपर की जगह एल्यूमिनियम फ्यूज का कर रहा यूज

- ट्रांसफॉर्मर के सुलगने से फुंक रहे इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट

BAREILLY:

चोरों के खौफ से जिले में बिजली के लगे ट्रांसफॉर्मर सुलगने लग गए हैं। विभाग चोरी होने के डर से कॉपर की जगह ट्रांसफॉर्मर में एल्यूमिनियम का फ्यूज इस्तेमाल कर रहा है। कॉपर महंगा होने से चोर फ्यूज का वायर खोल ले जाते है। ऐसे में, विभाग एल्यूमिनियम का वायर फ्यूज में इस्तेमाल कर रहा है। यहीं कारण है कि ट्रांसफॉर्मर फुंकने के साथ ही घर और ऑफिस में लगे इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट भी फुंक रहे हैं।

कॉपर नहीं एल्यूमिनियम

शहर में करीब 2000 ट्रांसफॉर्मर लगे हुए है, लेकिन मैक्सिमम ट्रांसफॉर्मर पर विभाग ने एल्यूमिनियम के ही फ्यूज बांध रखे हैं। जबकि, ट्रांसफॉर्मर पर फ्यूज के लिए कॉपर के वायर इस्तेमाल होने चाहिए। कॉपर के वायर बिजली को अच्छे से फ्लो करता है। बिजली सप्लाई के दौरान हाई और लो वोल्टेज का ड्रामा नहीं रहता है, लेकिन विभाग ऐसा नहीं कर रहा है। यही कारण है कि जिले भर में हर महीने 300 से 400 ट्रांसफॉर्मर जल रहे हैं।

बन रहे उपकरण फूंकने के कारण

घरों में लगे एलसीडी, एसी, कूलर, फैन, इंवर्टर, बल्ब, मोटर सहित तमाम इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट के जलने के चांसेज हंड्रेड परसेंट बढ़ जाते हैं। क्योंकि वोल्टेज लो और हाई होने पर भी फ्यूज उड़ता नहीं है। ट्रांसफॉर्मर, फीडर और इलेक्ट्रिकल वायर पर भी इफेक्ट पड़ता है, लेकिन बार-बार फ्यूज बांधने की झंझट से बचने के लिए विभाग के कर्मचारी लापरवाही बरत रहे है।

क्यों जरूरी है कॉपर का फ्यूज

फ्यूज वायर का मुख्य कार्य ट्रांसफॉर्मर पर आने वाली और फिर कंज्यूमर्स के घर जाने वाली बिजली को कंट्रोल करना होता है। ट्रांसफॉर्मर पर एक फ्यूज वायर इनकमिंग फीडर पर लगता है और दूसरा आउटगोइंग फीडर पर। फ्यूज वायर हर फेज पर अलग-अलग लगे होते हैं। यदि ट्रांसफॉर्मर पर क्षमता से ज्यादा बिजली हो जाती है, तो कॉपर का फ्यूज वायर टूट जाता है और बिजली सप्लाई ठप हो जाती है। इससे ट्रांसफॉर्मर तो जलने से बचता ही है, आपके घरों में हाई वोल्टेज की सप्लाई नहीं होती, जिससे घरेलू इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट फुंकने से बच जाते हैं। कॉपर फ्यूज वायर ट्रांसफॉर्मर पर मौजूद सभी तारों में सबसे पतला होता है। ये फ्यूज वायर पूरे ट्रांसफॉर्मर की सिक्योरिटी करता है और बिजली सप्लाई में अहम लोग निभाता है।