गोरखपुर (ब्यूरो): गोरखपुर पुलिस की साइबर सेल ने शनिवार को चार पीडि़तों के अकाउंट से निकला एक लाख 20 हजार 500 रुपया वापस कराया। जबकि साइबर थाना पुलिस टीम भी 80 लाख से अधिक रकम की वापसी करा चुकी है।

क्यूआर कोड से कांंस्टेबल के अकाउंट से निकाले 50 हजार

पीएसी बिछिया में तैनात पुलिस कांस्टेबल शशांक ने साइबर सेल को शिकायत दर्ज कराई। बताया कि रिश्तेदार बनकर क्यूआर कोड स्कैन करने के बहाने शातिर ने उनके अकाउंट से 50 हजार रुपए गायब कर दिए। मामले की शिकायत पर साइबर सेल ने 50 हजार रुपए की वापसी कराई।

क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर की 20 हजार की ठगी

गोरखनाथ एरिया के रहने वाले बृजमोहन तिवारी के एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर जालसाजों ने 20 हजार रुपए निकाल लिए। साइबर सेल ने मामले की जांच करते हुए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को होल्ड कराकर पीडि़त के अकाउंट में रुपए की वापसी कराई।

रिश्तेदार बनकर अकाउंट में जमा कराए 20,500 रुपए

पिपराइच एरिया के रिठिया निवासी आकाश वर्मा का रिश्तेदार बनकर साइबर ठगों ने 20 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन कर दिया। शिकायत मिलने पर साइबर सेल ने पैसे की वापसी कराई।

एटीएम कार्ड का पासवर्ड बदलने के बहाने 30 हजार की ठगी

गोरखनाथ एरिया के लक्ष्मीपुर निवासी उमाशंकर तिवारी के अकाउंट से साइबर जालसाजों ने 30 हजार रुपए की ठगी कर ली। एटीएम कार्ड का पासवर्ड बदलने का झांसा देकर शातिरों ने कोड पूछ लिया। इसके बाद पीडि़त के अकाउंट से पैसे गायब होते रहे। क्राइम ब्रांच के साइबर सेल में शिकायत आने पर पुलिस ने 30 हजार रुपए की वापसी कराई।

एक हफ्ते के भीतर साइबर थाना ने लौटाए रुपए

- कुशीनगर हाटा निवासी राकेश राव का एक लाख रुपया वापस कराया।

- फाजिलनगर कुशीनगर के अब्दुल मजीद का 89,965 हजार रुपए वापस हुए।

- देवरिया निवासी दिलीप कुमार के अकाउंट से गायब हुए 1 लाख 41 हजार रुपए की वापसी कराई।

- रेलवे कर्मचारी के अकाउंट से गायब हुए एक लाख रुपए की वापस कराई गई।

फैक्ट एंड फीगर

कुल मिली शिकायतें - 326

कुल रकम की ठगी- 3 करोड़ 17 लाख 22 हजार 870 रुपए

कुल वापस कराई गई रकम - 78 लाख 65 हजार 180 रुपए

बैंकों में होल्ड कराई रकम - 29,90,239 रुपए

साइबर थाने में चार जिलों केमामले दर्ज किए गए।

रोजाना अवेयर करती पुलिस, फिर भी होती ठगी

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के नाम से ट्विटर अकाउंट बनाया गया है। इस अकाउंट के जरिए साइबर पुलिस स्टेशन रोजाना लोगों को अवेयर करती है। साइबर ठगी से बचने के टिप्स भी पुलिस कर्मचारी बताते हैं। पुलिस का कहना है कि साइबर ठगी का शिकार होने पर तत्काल 1930 पर डॉयल करें। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच पुलिस स्कूल, कॉलेज, थानों, पब्लिक प्लेस और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अवेयर कर रही है। बावजूद इसके कोई न कोई मामला सामने आता है। एक लाख से अधिक की ठगी की शिकायत पर साइबर थाना जांच करता है। जबकि एक लाख से कम रकम की जालसाजी पर साइबर सेल को जांच दी जाती है।

साइबर ठगी के जो भी मामले सामने आ रहे हैं। उनमें समय से शिकायत मिलने पर फौरी कार्रवाई हो रही है। तमाम शिकायतों में पीडि़त विलंब कर देते हैं। ऐसे में उनकी मदद नहीं हो पाती है। इसलिए पीडि़त तत्काल अपनी शिकायतें दर्ज कराएं, जिससे कार्रवाई हो सके।

जे रविंद्र गौड, डीआईजी रेंज