गोरखपुर (ब्यूरो)। यह कॉरिडोर ग्रीन गोरखपुर-अयोध्या, प्रयागराज-अयोध्या, वाराणसी-अयोध्या और लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर बनाया जाएगा। यह फैसला प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू बैठक में लिया गया है। इसके लिए उन्होंने आरएम और एआरएम को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। गोरखपुर में इसकी तैयारी शुरू हो गई है।

इलेक्ट्रिक बसें भी चलेंगी

आरएम लव कुमार सिंह ने बताया कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को आवागमन में समस्या न हो, इसी को देखते हुए दो माह के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा। रेलवे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था एक्सप्रेसवे का संचालन कर रहा है। आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन की सुविधा के लिए परिवहन निगम इलेक्ट्रिक बसें संचालित करेगा।

टैक्सी, इलेक्ट्रिक ऑटो और बसें उपलब्ध

निर्देश में कहा गया है कि टैक्सी, इलेक्ट्रिक ऑटो, बसें इत्यादि आसानी से उपलब्ध हो, इसकी तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सुनिश्चित कर लें कि ड्राइवर, कंडक्टर वर्दी में रहें। ब्रेथ एनलाइजर से सभी ड्राइवर और कंडक्टर की जांच की जाए। इंटरसेप्टर के माध्यम से ओवर स्पीडिंग की भी जांच की जाए, जिससे कि दुर्घटना को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि बसों में ओवर लोडिंग की जांच की जाए।

लाखों श्रद्धालुओं को कराएगा दर्शन

बस स्टेशन एवं बसें साफ-सुथरी रहें। बसों एवं बस स्टेशनों पर रामधुन व राम भजन बजाया जाए, जिससे कि आने वाले श्रद्धालुओं को फील गुड हो। उन्होंने कहा कि एलईडी एवं फ्लैक्सी के माध्यम से श्रद्धालुओं को जानकारी उपलब्ध कराई जाए। बसों में अधिकारियों के कॉन्टैक्ट नंबर लिखे हों। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी के पश्चात प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या दर्शन करने आने की संभावना है। श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सेवा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी परिवहन विभाग की है। उन्होंने अधिकारियों को सतर्कता व लगनशीलता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।