-पंडित दीनदयाल की पुण्यतिथि पर यूनिवर्सिटी में शुरू हुआ प्रोग्राम

-शुक्रवार को ऑनलाइन प्रोग्राम में जुड़ेंगी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल

GORAKHPUR: पंडित दीनदयाल शोधपीठ, डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी की ओर से पंडित दीनदयाल की पुण्यतिथि पर प्रशासनिक भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर बृहस्पतिवार को पुष्पार्चन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वीसी प्रो। राजेश सिंह और मुख्य अतिथि अखिल भारतीय संत समिति गंगा सभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती और नगर विधायक डॉ। आरएमडी अग्रवाल ने पुष्पार्जन कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी परिवार से जुड़े सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, वित्त अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। इस दौरान प्रो राजेश सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल के विचारों को जानना ही सबकुछ नहीं है। उन्हें अपने जीवन में उतारने की जरूरत है। इसकी शुरुआत शैक्षणिक संस्थानों को करना होगा। पंडित दीनदयाल यूनिवर्सिटी के ब्रांड एम्बेसडर हैं।

शुक्रवार से विधिवत होगा प्रोग्राम

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ, डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित पहली तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन शुक्रवार को दीक्षा भवन में होगा। दीक्षा भवन में आयोजित होने वाले उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सुनील वी देवधर मौजूद रहेंगे। अध्यक्षता राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ऑनलाइन जुड़कर करेंगी। स्वागत भाषण कुलपति प्रो। राजेश सिंह के द्वारा दिया जाएगा। स्पेशल गेस्ट के रूप में राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन वल्लभभाई कथीरिया और अखिल भारतीय गौ सेवा प्रमुख शंकर लाल होंगे।

वीसी ने किया निरीक्षण

संगोष्ठी की तैयारियों को लेकर वीसी प्रो। राजेश सिंह ने देर शाम दीक्षा भवन, संवाद भवन और कमेटी हॉल और प्रशासनिक भवन के कमेटी हॉल का निरीक्षण किया। इस दौरान सभी तैयारियों की समीक्षा की।

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मानववाद की एकात्मता के प्रतिरूप थे दीनदयाल : डॉ। राजेश

एकात्म मानव दर्शन व्यष्टि से समष्टि के संबंध का दर्शन है। यह सूक्ष्मता से विराट की यात्रा है। यह सैद्धांतिक तो है ही साथ ही में व्यावहारिक भी है। अपने समय से कहीं आगे और आने वाली अनेक पीढि़यों तक को अनुग्रह देने वाला यह यह दर्शन है। ऐसा विराट दर्शन सादा जीवन उच्च विचार के प्रतिमान और सरल किन्तु दिव्य व्यक्तित्व के धनी पं दीनदयाल उपाध्याय जैसे व्यक्तित्व द्वारा ही संभव है। यह बातें स्वामी विवेकानंद विद्यार्थी स्वाध्याय संघ द्वारा आयोजित विचार संगोष्ठी मेंराजकीय शिक्षक संघ के वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ। राजेश चन्द्र गुप्त विक्रमी ने बतौर मुख्य वक्ता कहीं। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद विद्यार्थी स्वाध्याय संघ के कृष्ण मुरारी शुक्ला सुमित गुप्ता कुमार चित्रेश वबड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक, युवा व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।