कानपुर (ब्यूरो)। ग्वालटोली निवासी दंपती के पास इग्लैंड से आई वाट््सएप काल पर अंतरराष्ट्रीय ठग ने गिफ्ट में आईफोन, सोने की घड़ी और कई महंगे उपहार व नगद राशि पाउंड पर भेजने के नाम पर लाखों रुपये की मांग की। पीडि़ता ने मना किया तो तस्करी में जेल भेजने का डर दिखाया। जिसके बाद डरे-सहमे दंपती ने किसी तरह रिश्तेदारों से दस लाख रुपये उधार मांगकर ठगों के खातों में भेजा। पीडि़त दंपती ने पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई। जिसके बाद उन्होंने ग्वालटोली पुलिस को रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई के आदेश दिए है।

इंग्लैैंड से कॉल करने की बात आई सामने

ग्वालटोली के नत्थापुरवा कटरी निवासी जीतू ने पुलिस को बताया कि पिछले साल जुलाई में पत्नी जया निषाद के पास वाट््सएप काल आई। जिसमें इंग्लैंड निवासी युवक ने नाम अमनप्रीत ङ्क्षसह बताते हुए कहा कि जया के नंबर ने गिफ्ट में आईफोन, सोने की घड़ी और नगद राशि पाउंड में जीती है। जिसे 21 जुलाई तक प्राप्त करना है। अगले दिन मुंबई निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि उनका गिफ्ट मुंबई एयरपोर्ट पर है, जिसे पहुंचाने और नगद राशि को पाउंड से रुपये में बदलने में विदेश से लाने में लगने वाली कस्टम ड्यूटी के नाम पर तीन लाख रुपये की मांग की।

रुपये न भेजने पर भेजा वीडियो

इस पर जया ने रुपये भेजने से मना कर दिया 26 जुलाई को मुकेश नाम के व्यक्ति ने जया को वीडियो भेजा। जिसमें उसने खुद को कस्टम अधिकारियों की ओर से पकड़े जाने की जानकारी दी। आरोपी ने जया को जेल जाने का डर दिखाते हुए धमकाया और कहा कि पार्सल तुम्हारे नाम से है कस्टम ड्यूटी का भुगतान नहीं किया तो तस्करी के आरोप में जेल जाना होगा। इसके बाद मामले को रफा-दफा करने के नाम पर रुपए मांगे गए। जया ने बताया कि बीते दो महीने में जीतू ने रिश्तेदारों से रुपये उधार ले लेकर करीब दस लाख रुपये अलग-अलग खातों में भेजे। पीडि़ता का आरोप है कि मुकेश और अमनप्रीत आज भी जेल जाने से बचाने के लिए रुपये की मांग करते हैं। ग्वालटोली थानाध्यक्ष पवन कुमार ङ्क्षसह ने बताया पुलिस आयुक्त के आदेश पर आइटी एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल से मामले में मदद ली जा रही है।