-मोहनलालगंज कोतवाली कैंपस की घटना

-सिगरेट का पेमेंट मांगने पर दबंगों ने युवक को पीटा

-शिकायत करने थाने पहुंचे बुजुर्ग को दबंगों ने धमकाया

-पुलिस की लापरवाही के विरोध में परिजनों ने थाने में लाश रखकर किया प्रदर्शन

-आला पुलिस ऑफिसर्स के दखल पर दबंगों के खिलाफ दर्ज हुई हत्या की एफआईआर

LUCKNOW: मोहनलालगंज में सिगरेट का पेमेंट मांगना दबंगों को इस कदर नागवार गुजरा कि उन्होंने दुकानदार को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। जब बेटे की पिटाई की शिकायत लेकर बुजुर्ग पिता कोतवाली पहुंचा तो दबंगों ने पुलिस के सामने ही उसे धमकाना शुरू कर दिया। इससे आहत बुजुर्ग गश खाकर वहीं गिर पड़ा और बेहोश हो गया। थाने के भीतर बुजुर्ग का यह हाल देख पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गये। आनन-फानन में बुजुर्ग को सीएचसी ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया। बुजुर्ग की मौत से नाराज परिजनों ने बॉडी को मोहनलालगंज कोतवाली में ही रख दिया और प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक आरोपियों की अरेस्टिंग और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक डेडबॉडी उठने नहीं देंगे। पूरी रात चले हंगामे के बाद आखिरकार सुबह एसपी आरए और एडीएम कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर तक प्रदर्शन खत्म हुआ। फिलवक्त पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कर ली है।

बाइक से पहुंचे थे दबंग

मोहनलालगंज के जंगली खेड़ा निवासी रामसिरोहन की गांव में ही किराने की दुकान है। ग्रामीणों के मुताबिक, शुक्रवार की शाम उनका बेटा सुनील दुकान पर बैठा था। इसी दौरान लोनारे खेड़ा निवासी दबंग संजीत अपने एक अन्य साथी के साथ बाइक से वहां आ पहुंचा। उन लोगों ने सुनील से सिगरेट ली और बिना पेमेंट दिये ही वहां से जाने लगे। बताया जाता है कि सुनील ने जब रुपये मांगे तो संजीत ने कुछ दूर खड़े बाइकसवार अन्य दोस्तों को आवाज देकर वहां बुला लिया और उन सबने मिलकर सुनील की बेतहाशा पिटाई शुरू कर दी। शोरशराबा सुनकर वहां आसपड़ोस के लोग आ पहुंचे और दबंगों को ललकारा। लोगों की भारी भीड़ जुटती देख दबंग वहां से भागने लगे। पर, लोगों ने पीछा कर एक युवक को दबोच लिया और उसकी पिटाई कर दी। गुस्साए लोगों ने वहां खड़ी दबंगों की दो बाइक्स में भी जमकर तोड़फोड़ की।

पुलिस पर भगाने का आरोप

लोगों ने फौरन पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की गिरफ्त में आए आरोपी को पकड़ लिया और उसे व घायल सुनील को थाने ले आई। पकड़े जाने पर आरोपी की शिनाख्त बंथरा के रायसिंह खेड़ा निवासी सचिन के रूप में हुई। पुलिस ने उन दोनों को इलाज के लिये सीएचसी भेजा। जहां से आरोपी सचिन पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। जबकि, ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने मिलीभगत कर आरोपी को वहां से फरार करा दिया। उधर, सुनील की हालत नाजुक होने की वजह से उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।

थाने में ही धमकाने लगे

घटना की जानकारी मिलने पर सुनील के पिता रामसिरोहन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने कोतवाली आ पहुंचे। आरोप है कि इसी दौरान आरोपी पक्ष के कुछ दबंग भी थाने पहुंच गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों के सामने ही बुजुर्ग रामसिरोहन को तोड़ी गई बाइक्स के एवज में रुपये मांगते हुए धमकाना शुरू कर दिया। रामसिरोहन दबंगों की धमकी को ज्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं कर सके और कुछ ही देर में वह गश खाकर जमीन पर धराशायी हो गए। उनकी यह हालत देख थाने में हड़कंप मच गया और उन्हें धमका रहे दबंग वहां से रफूचक्कर हो गए। मौजूद पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में इलाज के लिये सीएचसी पहुंचाया जहां डॉक्टर्स ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया।

पूरी रात करते रहे प्रदर्शन

इसी बीच सीएचसी पहुंचे परिजनों ने डेडबॉडी को अपने कब्जे में ले लिया और उसे लाकर थाने में रखकर प्रदर्शन करने लगे। जानकारी मिलने पर सीओ मोहनलालगंज राकेश नायक मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने-बुझाने की कोशिश शुरू की। पर, प्रदर्शनकारी आरोपियों की अरेस्टिंग और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के बिना वहां से हटने को तैयार न थे। माहौल बिगड़ता देख आसपास के आधा दर्जन थानों की फोर्स को मौके पर बुला लिया गया। रात भर पुलिसकर्मी नाराज परिजनों को समझाने की कोशिश करते रहे लेकिन वह किसी की भी सुनने को तैयार न थे। पूरी रात प्रदर्शन चलता रहा और पुलिसकर्मी मूकदर्शन बने देखते रहे।

एसपी के दखल पर दर्ज हुई एफआईआर

पूरी रात चले प्रदर्शन के बाद सुबह एसपी आरए मनोज सोनकर और एसडीएम अनिल कुमार सिंह कोतवाली पहुंचे और परिवारीजनों से वार्ता कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद पुलिस नें मृतक रामसिहोरन के छोटे बेटे रंजीत की तहरीर पर नगराम के गढ़ी निवासी मोनू ,बहादुर खेड़ा निवासी विनोद यादव ,सचिन व एक अन्य अज्ञात युवक के खिलाफ हत्या व धमकाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली। जिसके बाद डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिये भेजा जा सका।

देना पड़ा लिखित आश्वासन

पोस्टमार्टम के बाद मिली बॉडी को नाराज ग्रामीणों ने मोहनलालगंज-जुनाबगंज पर शव रखकर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारी लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई, हत्यारोपियों की तुरंत अरेस्टिंग और मुआवजे की मांग करने लगे। मौके पर मौजूद सीओ राकेश नायक ने ग्रामीणों को लापरवाह पुलिसकर्मी को निलम्बित करने और आरोपियों की चौबीस घंटे में अरेस्ट करने का लिखित आश्वासन दिया। वहीं, एसडीएम अनिल कुमार सिंह ने मृतक को कृषक दुर्घटना बीमा के तहत मुआवजा और जमीन का पट्टा देने का आश्वासन दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जाम खत्म किया। आखिरकार शाम को ग्रामीणों ने शव का अन्तिम संस्कार कर दिया।

आखिर कैसे हुयी बुजुर्ग की मौत ।

शुक्रवार की देरशाम रामसिरोहन की मोहनलालगंज कोतवाली में मौत ने तमाम सवाल खड़े कर दिये हैं। सवाल है कि उस वक्त ऐसा क्या हुआ कि जिसकी कीमत रामसिरोहन को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। इसे लेकर कोई भी पुलिसकर्मी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। हैरानगी की बात है कि अगर परिवारीजनों के आरोप के मुताबिक हत्यारोपियों के धमकाने से लगे सदमे से बुजुर्ग की जान गई, तो एक बार फिर सवाल खड़ा होता है कि उस वक्त थाने में मौजूद नाइट ऑफिसर दारोगा व पुलिसकर्मी मूकदर्शक क्यों बने रहे?

सीसीटीवी कैमरा मौजूद, हार्ड डिस्क नदारद

मोहनलालगंज कोतवाली में हर आने-जाने वाले व्यक्ति की गतिविधि पर करीब से नजर रखी जा सके इसके लिये कोतवाली कैंपस और सीओ ऑफिस की बाहरी दीवार पर हाई रिजोल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। सुबह जानकारी मिलने पर पहुंचे एसपी आरए मनोज सोनकर ने बीती रात के घटनाक्रम को खुद देखने के लिये सीसीटीवी फुटेज देखने की इच्छा जताई। पर, पुलिसकर्मियों के जवाब ने उन्हें भी हैरान कर दिया। पता चला कि सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं लेकिन, फुटेज रिकॉर्ड करने वाली हार्डडिस्क नदारद है। इस पर एसपी सोनकर भी लाचार दिखे।

आरोपी मोनू को कस्टडी में ले लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में इंस्पेक्टर आईडी सिंह की टीम दबिश दे रही है। जल्द ही उन सभी को अरेस्ट कर लिया जायेगा।

राकेश नायक

सीओ, मोहनलालगंज