फैक्ट फाइल

कुल मरीज 77

कुल मौतें -07

अस्पताल मरीज

केजीएमयू 50

चंदन 10

लोहिया 07

सिप्स 06

एरा 02

मेदांता 01

अपोलो 01

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केजीएमयू में -4, लोहिया, सिप्स व चंदन में एक-एक मौत

स्वस्थ-01 मरीज केजीएमयू से

LUCKNOW: कोरोना संक्रमण के केस कम होने से जहां राजधानी के डॉक्टर्स ने राहत की सांस ली है तो वहीं ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। शहर में इस समय ब्लैक फंगस के 77 केसेस हैं। जिसमें अकेले 50 मरीज केजीएमयू में भर्ती है। इसके अलावा लोहिया संस्थानए सिप्स और चंदन अस्पताल में भी ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है। जहां इसके लिए एक अलग से वार्ड बनाया गया है। वहीं इलाज के लिए एंटी-फंगल मेडिसिन की किल्लत भी अभी बनी हुई है।

30 बेड का वार्ड

केजीएमयू प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह ने बताया कि इस समय संस्थान में ब्लैक फंगस के 50 मरीज भर्ती हैं। जिसमें 9 नए मरीजों को बुधवार को भर्ती कराया गया है। इसके अलावा ब्लैक फंगस से संक्रमिम मरीजों को लिए अलग से 30 बेड का एक वार्ड बनाया गया है। जहां नॉन-कोविड ब्लैक फंगस मरीजों का इलाज किया जायेगा। जिसकी भर्ती के लिए पहली वाली ही व्यवस्था जारी रहेगी।

दवा की किल्लत जारी

ब्लैक फंगस के इलाज के लिए एंटी फंगल दवा की लगातार किल्लत बनी हुई है। सीएमओ डॉण् संजय भटनागर ने बताया कि दवा की कमी को देखते हुए शासन से दवा की डिमांड की गई है। उम्मीद है कि जल्द से जल्द से दवा मिल जायेगी। हालांकि इसका वितरण कैसे होगा इसके बारे में ज्यादा जानकारी देने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि संस्थानों से उनके यहां ब्लैक फंगस के कितने मरीज हैं, इसकी भी जानकारी मांगी गई है। लेकिन, अभी तक किसी भी संस्थान से कोई जानकारी नहीं आई है। अस्पतालों से लगातार इसको लेकर जानकारी मांगी जा रही है।

निजी अस्पतालों में भी फ्री इंजेक्शन

ब्लैक फंगस के मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या के मद्देनजर इसके इलाज में काम आने वाले इंजेक्शन व दवाओं की किल्लत दूर करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की डोज मुफ्त में मुहैया कराई जा रही है। मरीजों का ब्योरा अपलोड करने के लिए सरकार ने इस बाबत अस्पतालों को एक पोर्टल का लिंक भी दिया है। वहीं, सरकारी अस्पतालों के मरीजों को पहले से ही इंजेक्शन व दवाएं मुफ्त में दी जा रही थीं।

कोट

ब्लैक फंगस के मरीजों को इलाज केजीएमयू समेत शहर के विभिन्न हॉस्पिटल्स में चल रहा है। इलाज के लिए शासन से दवा मांगी गई है। जल्द ही दवा मिलने की उम्मीद है।

- डॉ। संजय भटनागर, सीएमओ