लखनऊ (ब्यूरो)। खुर्रमनगर फ्लाईओवर के अगले साल मार्च से पहले पूरा होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैैं। इसकी वजह है फ्लाईओवर की लंबाई में 200 मीटर की बढ़ोत्तरी होना। हालांकि, यह दावा जरूर किया जा रहा है कि बढ़ोत्तरी से पहले जो लंबाई थी, उसे निर्धारित समय में ही पूरा कर लिया जाएगा, जबकि इसके बाद 200 मीटर विस्तारित हिस्से का निर्माण होगा।

50 हजार लोगों को राहत

खुर्रमनगर से सेक्टर 25 इंदिरानगर तक हेवी व्हीकल लोड अधिक है। राजधानी के अन्य रूट्स की तरह ये रूट भी खासा व्यस्त है। जिस स्थान पर फ्लाईओवर विस्तारीकरण का निर्णय लिया गया है, वहां पर जाम की समस्या सबसे अधिक सामने आती है। दरअसल, विस्तारीकरण एरिया में जगरानी हॉस्पिटल, स्कूल और दो दर्जन से अधिक घनी आबादी वाली बस्तियां हैैं। यहां तक फ्लाईओवर बनने से इन इलाकों में रहने वाले 50 हजार लोगों की कनेक्टिविटी सीधे सेक्टर 25 चौराहा इंदिरानगर होते हुए मुंशी पुलिया तक हो जाएगी। वहीं, मुंशी पुलिया की तरफ से भी आने वाले लोग सीधे खुर्रमनगर फ्लाईओवर के माध्यम से अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।

फ्लाईओवर एक नजर में

180 करोड़ रुपये के करीब बजट

2.5 किमी पहले थी लंबाई

200 मीटर हुआ अब विस्तार

07 माह में पूरा हो जाएगा काम

04 लेन का होगा फ्लाईओवर

50 हजार वाहन गुजरेंगे

तेजी से बन रहा मुंशी पुलिया फ्लाईओवर

अब अगर मुंशी पुलिया चौराहे से पॉलीटेक्निक तक बन रहे फ्लाईओवर की बात की जाए तो इसकी रफ्तार भी फिलहाल अच्छी है। इसके साथ ही कलेवा चौराहे के आसपास अंडरपास देने के लिए भी तैयारी शुरू कर दी गई है। पहले अंडरपास नहीं दिया जाना था, लेकिन यहां लगने वाली भीड़ को देखते हुए यहां पर अंडरपास दिया जा रहा है।