लखनऊ (ब्यूरो)। अमूमन अपना हीमोग्लोबिन स्तर जांचने के लिए किसी अस्पताल या लैब की मदद लेनी पड़ती है, लेकिन अब लोग हीमोग्लोबीन के स्तर को अपने घर पर ही जांच सकेंगे। शहर के सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च (आईआईटीआर) ने एक ऐसी ही किट डिवेलप की है, जिससे घर पर आसानी से हीमोग्लोबीन की जांच की जा सकेगी। वह भी महज 30 सेकंड में रिजल्ट का पता चल जाएगा।

किफायती और उपयोग में आसान

आईआईटीआर ने सेन्जएचबी नामक एक स्वदेशी रैपिड हीमोग्लोबिन डिटेक्शन टेस्ट किट बनाई है, जो सिर्फ 30 सेकंड में परिणाम देती है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह किट काफी किफायती भी है। एक टेस्ट के लिए महज 10 रुपये का ही खर्च आएगा। आईआईटीआर के वैज्ञानिकों का कहना है कि बाजार में मौजूद परीक्षण सुविधाओं की तुलना में सेन्जएचबी बहुत किफायती और उपयोग में आसान भी है।

इसे जल्द मार्केट में लाया जाएगा

संस्थान के निदेशक भास्कर नारायण के मुताबिक, यह किट शुगर डिडक्शन किट की तरह काम करेगी। यह पेपर आधारित कलरीमेट्रिक स्ट्रिप टाइप सेंसर पर बेस्ड है। शुगर डिडक्शन किट की तरह उंगली पर पट्टी के साथ आने वाली सुई को चुभाना है, पट्टी पर खून गिरेगा और जैसे ही पट्टी का रंग बदलेगा, किट के साथ दिए गए बदले हुए रंग के दिशा-निर्देशों से इसका मिलान करना होगा। कोई एनिमिक है या नहीं, इससे इसकी जानकारी हो सकेगी। इसके अलावा, इस किट में एक क्यूआर कोड शामिल है, जो आठ भाषाओं में परीक्षण करने के लिए निर्देश देता है। क्यूआर कोड में एक रंग चार्ट भी शामिल है, जो परिणामों की व्याख्या को और सरल बनाता है। संस्थान के वैज्ञानिक केसी खुल्बे ने बताया कि किट का पेटेंट दायर किया जा चुका है। जल्द ही इसकी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर कर प्रोड्क्ट को मार्केट में लाया जाएगा।

इस किट में एक क्यूआर कोड शामिल है, जो आठ भाषाओं में परीक्षण करने के लिए निर्देश देता है। क्यूआर कोड में एक रंग चार्ट भी शामिल है, जो परिणामों की व्याख्या को और सरल बनाता है।

-भास्कर नारायण, निदेशक, सीएसआईआर-आईआईटीआर