- कोविड के चलते लाइसेंस पर पड़ रहा सीधा असर

- वेंडर्स हो रहे परेशान, फिलहाल अभी करना होगा इंतजार

LUCKNOW एक तरफ जहां नगर निगम प्रशासन की ओर से व्यवस्था दी गई थी कि जोन कार्यालय से ही तंबाकू उत्पाद बिक्री के लाइसेंस बन जाएंगे, वहीं दूसरी तरफ आलम यह है कि अभी तक जोन कार्यालयों से यह सिस्टम शुरू नहीं हो सका है। इसकी वजह से वेंडर्स परेशान हैं। फिलहाल जो स्थिति है, उससे साफ है कि वेंडर्स को अभी इंतजार करना पड़ेगा।

देश का पहला शहर

पिछले साल मेयर संयुक्ता भाटिया ने लोक मंगल दिवस में कोटपा एक्ट के अंतर्गत नौ वेंडर्स को तंबाकू उत्पाद की बिक्री के लिए लाइसेंस बांटे थे। जिसके बाद देश में लखनऊ पहला ऐसा शहर बन गया था, जहां तंबाकू उत्पादों के लिए लाइसेंस जारी किए जाते हैं।

यह थी कवायद

निगम प्रशासन की ओर से कवायद की थी कि सभी जोन कार्यालय से तंबाकू उत्पाद की बिक्री के लाइसेंस बनवाए जा सकेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कोरोना के चलते लॉकडाउन के कारण स्थिति और बदहाल हो गई। अनलॉक होने के बाद भी अभी तक जोन कार्यालयों में यह व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है। तंबाकू उत्पाद की बिक्री के लिए लाइसेंस की रफ्तार बेहद धीमी है।

बैठक होना जरूरी

नगर निगम प्रशासन की ओर से कवायद की जा रही है कि जल्द ही सभी जोनल अधिकारियों की बैठक बुलाई जाए। जिससे सभी जोनल अधिकारियों को कोटपा एक्ट की जानकारी दी जा सके। जोनल अधिकारियों को यह भी बताया जाएगा कि किस तरह से लाइसेंस बनेंगे। लाइसेंस बनवाने वालों को यह भी साफ कर दिया जाएगा कि लाइसेंस बनने के बाद वे अपनी दुकान में टॉफी, बिस्कुट आदि नहीं बेच सकेंगे।

वर्जन

जल्द ही जोन कार्यालयों से तंबाकू उत्पाद बिक्री के लाइसेंस बनना शुरू हो जाएंगे। इसके लिए कई चरणों में काम किया जा रहा है।

पंकज भूषण, पर्यावरण अभियंता