लखनऊ (ब्यूरो)। आउटर रिंग रोड का काम पूरा होने में अभी करीब एक माह का समय लग सकता है। पूरी संभावना है कि 10 फरवरी तक इसका काम पूरा हो जाएगा फिर इसका उद्घाटन किया जाएगा। कुल मिलाकर 20 फरवरी के बाद आउटर रिंग रोड पब्लिक के लिए ओपन कर दी जाएगी, जिसके सहारे अयोध्या आसानी से पहुंचा जा सकेगा।

ट्रैफिक होगा स्मूथ

इस आउटर रिंग रोड के बन जाने के बाद अयोध्या रूट पर ट्रैफिक काफी हद तक स्मूथ हो जाएगा। इसके साथ ही कानपुर रोड पर भी ट्रैफिक लोड कम होगा। जिसका सीधा फायदा हजारों लोगों को मिलेगा। दरअसल, कानपुर समेत 10 शहरों से अयोध्या जाने वाले लोगों को फिर लखनऊ से होकर अयोध्या नहीं जाना होगा, बल्कि रिंग रोड के माध्यम से ही अयोध्या रूट पर आ जाएंगे, जिससे उनका समय भी बचेगा।

इनकी कनेक्टिविटी होगी बेहतर

इस रिंग रोड से लखनऊ, सुल्तानपुर, रायबरेली, नगराम, कानपुर, मोहान, हरदोई, सीतापुर, अयोध्या रोड, कुर्सी, देवा और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जुड़ेगा। इससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त शहरों या रूट से आने वाले लोग रिंग रोड के माध्यम से बेहद कम समय में सीधे अयोध्या पहुंच सकेंगे। पहले इन्हें लखनऊ के अंदर से होकर जाना पड़ता था, जिसकी वजह से उन्हें जाम का सामना करना पड़ता था।

अगले माह तक काम होगा पूरा

आउटर रिंग रोड के काम को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैैं। पूरी संभावना है कि अगले माह तक इसका काम पूरा करा लिया जाए, जिससे अयोध्या पहुंचना आसान हो जाए। बीच में कुछ रुकावट जरूर आई थी, लेकिन अब सभी को दूर कर लिया गया है और तेजी से काम किया जा रहा है।

अप्रैल तक चालू होंगे फ्लाईओवर

अब अगर सेक्टर 25 इंदिरानगर चौराहे और मुंशी पुलिया से पॉलीटेक्निक तक बन रहे फ्लाईओवर की बात की जाए तो ये फ्लाईओवर अप्रैल माह तक चालू हो पाएंगे। पहले संभावना थी कि मार्च तक ये चालू हो जाएंगे, लेकिन अब एक माह अतिरिक्त इंतजार करना पड़ेगा। दोनों फ्लाईओवर के बन जाने से पॉलीटेक्निक से खुर्रमनगर पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा और जाम की समस्या समाप्त होगी। कलेवा के पास अंडरपास देने की तैयारी हो रही है। चूंकि इस रूट पर व्यस्तम ट्रैफिक है, इस वजह से निर्माण कार्य की रफ्तार पर असर देखने को मिल रहा है। अगर रूट डायवर्ट किया जाता है तो जाम लग जाता है।

फरवरी माह में आउटर रिंग रोड पब्लिक के लिए खोल दी जाएगी। इसके साथ ही शहर के अंदर बन रहे दोनों फ्लाईओवर का काम भी अप्रैल माह तक पूरा होने की संभावना है। इनके बन जाने से ट्रैफिक जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।

दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि