लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू ट्रामा में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को दौड़भाग करने से बड़ी राहत मिलने वाली है। दरअसल, जांच से लेकर दवा तक के लिए यहां अलग से काउंटर पर पैसा जमा करने को लाइन लगानी पड़ती है। पर अब यहां रजिस्टे्रशन के समय मरीज के नाम का अकाउंट खोला जाएगा, जिसमें एकमुश्त रकम जमा कराई जा सकेगी। इसी से सभी खर्च हो सकेंगे। ऐसे में तीमारदारों का समय बचेगा और मरीज को बड़ी राहत मिलेगी।

तय रकम जमा कर सकेंगे

केजीएमयू ट्रामा में रोजाना 350 से अधिक गंभीर मरीज आते हैं, जिनमें 100 से अधिक मरीजों को भर्ती करने की जरूरत पड़ती है। पर भर्ती कराने से लेकर जांच और दवा आदि लाने में तीमारदारों को काफी भागदौड़ करनी पड़ती है और लंबी लाइन लगानी पड़ती है। जिसमें उनका काफी समय लग जाता है और मरीज को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। सीएमएस ट्रामा डॉ। संदीप तिवारी ने बताया कि तीमारदारों को लंबी लाइन से बचाने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की जा रही है। जिसका ट्रायल कुछ समय पहले शुरू किया गया है। इसमें रजिस्टे्रशन के समय मरीज के नाम का अकाउंट खोला जाएगा, जिसमें तीमारदारों द्वारा एक तय रकम जमा की जा सकेगी। इसी अकाउंट से जांच और दवा आदि की फीस काट ली जाएगी। ऐसे में मरीजों को पैसा जमा करने के लिए लंबी लाइन में घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

बचा पैसा होगा रीफंड

डॉ। संदीप तिवारी ने बताया कि डिस्चार्ज के समय जो पैसा बचेगा उसे रीफंड कर दिया जाएगा। वहीं, इलाज के दौरान अगर पैसा खत्म हो जाता है तो उसमें दोबारा पैसा जमा कराया जा सकेगा, ताकि मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। अगर यह ट्रायल सफल होता है तो उसे आगे अन्य जगहों पर भी शुरू किया जा सकेगा। हालांकि, गरीब मरीजों के लिए इलाज पूरी तरह से फ्री है। उनके लिए जीरो बैलेंस का अकाउंट खोला जाएगा, ताकि विभिन्न योजनाओं के तहत आने वाला पैसा उसमें जमा कराया जा सकेगा। इससे इलाज का पूरा ब्यौरा दर्ज रहेगा।

समय बचाने के लिए अकाउंट सिस्टम का ट्रायल चल रहा है, जिसमें अकाउंट खोलकर कुछ पैसा जमा होगा। जिससे जांच और दवा के लिए अलग से लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

-डॉ। संदीप तिवारी, सीएमएस, केजीएमयू ट्रामा