-शूटर ने सुपारी की जगह ली थी जमीन, दो साथियों की तलाश में दबिश जारी

-कबीर मठ के प्रशासनिक अधिकारी को 24 अगस्त को मारी गई थी गोली

LUCKNOW :

कबीर मठ के प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास को गोली मारने के मुख्य आरोपित गंगाराम को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक हरदोई के अतरौली निवासी गंगाराम ने हरदोई निवासी साथी प्रेम सिंह चौहान व जितेंद्र के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। उसने सुपारी में रकम की जगह प्लॉट अपने नाम करवाया था।

अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि धीरेंद्र दास (50) को 24 अगस्त को गंगा राम ने ही गोली मारी थी। वह दिल्ली में एक होटल में काम करता था। लॉकडाउन में काम छूटने के बाद फैजुल्लागंज में साथियों के साथ रह रहा था। वहीं पर उसकी मुलाकात सुधीर व आलोक पांडेय से हुई। पुलिस का दावा है कि आलोक पांडेय ने उसे धर्मेद्र दास की हत्या की सुपारी थी। इसके एवज में उसने आलोक से एक प्लॉट अपने नाम कराया था। साथ ही तमंचा व कारतूस की व्यवस्था के लिए कुछ रकम भी ली थी। गंगाराम के साथियों की तलाश की जा रही है।

आलोक और सुधीर को 25 अगस्त को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उन लोगों ने धीरेंद्र दास पर मानसिक व शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। इसी के चलते उन्होंने हत्या की साजिश रची।

किसका था प्लाट, जांच

पुलिस गोली मारने के बदले दिए गए प्लॉट के विषय में जानकारी जुटा रही है। गिरफ्तार गंगाराम ने पुलिस पूछताछ में बताया कि यह प्लाट आलोक को धीरेंद्र दास ने ही दिलाया था। उसको लेकर भी दोनों में विवाद चल रहा था।