लखनऊ (ब्यूरो)। एसटीएफ ने गुरुवार को मानव ब्लड में सेलाइन वाटर मिलाकर उसे दोगुना कर बेचने वाले गैंग का खुलासा किया है। यह पूरा नेटवर्क फर्जी दस्तावेजों से चलाया जा रहा था। एसटीएफ ने ब्लड बैंक के मालिक, कर्मचारी संग सात लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। इनके पास से 302 यूनिट ब्लड बैग संग कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।

लंबे समय से चल रहा था खेल

ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के तहसीनगंज इलाके में स्थित मिड लाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक में खून सप्लाई यानी लेने और देने के नाम पर खेल चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग और एसटीएफ टीम की टीम ने गुरुवार दोपहर यहां छापा मारकर इस पूरे खेल का खुलासा किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार यहां अवैध तरीके से खून लेने और देने का खेल लंबे समय से चल रहा था। एसटीएफ ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। यहां अधिक दाम लेकर ब्लड देने और ब्लड से प्लेटलेट्स निकालने का काम भी हो रहा था।

इन राज्यों में फैला है नेटवर्क

- उत्तर प्रदेश

- पंजाब

- राजस्थान

- हरियाणा

- दिल्ली

- बिहार

- मध्य प्रदेश

खून से निकाल लेते थे प्लेटलेट्स

एसटीएफ के मुताबिक यह गिरोह खून से प्लेटलेट्स निकाल लेता था। यह भी जानकारी मिली है कि खून में सेलाइन वाटर की भी मिलावट की जाती थी, जिसकी स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले 26 अक्टूबर 2018 में इस तरह के गिरोह के पांच सदस्यों को मडिय़ांव से पकड़ा गया था। पड़ताल की जा रही है कि कहीं उसी गैंग से पकड़े गए लोगों के संबंध तो नहीं हैं।

कैंप लगाकर कलेक्ट करते थे ब्लड

सूत्रों के अनुसार पकड़े गए लोग यूपी समेत कई राज्यों में ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर ब्लड कलेक्ट करते थे और उसे महंगे दाम पर जरूरतमंदों को देते थे। इन लोगों के पास से कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

हास्पिटल की ओटी तक दखल

एसटीएफ के अनुसार ये लोग दो से तीन गुना अधिक दाम पर जरूरतमंदों को ब्लड देते थे। इनके एजेंट प्रदेश के हर जिले में हैं और इस गैंग की पहुंच कई सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओटी तक है। यहीं से गैंग को सूचना मिलती थी कि किसे ब्लड या प्लेटलेट्स की जरूरत है। इसके बाद गैंग के सदस्य जरूरतमंद के परिजनों से संपर्क करते थे।

इन्हें किया गया गिरफ्तार

-असद निवासी चौक चौपटिया (तस्कर)

-नौशाद अहमद निवासी कुशी नगर पकरी टोला (तस्कर)

-रोहित निवासी उन्नाव चौरासी (मिडलाइफ ब्लड बैैंक कर्मचारी)

-करन मिश्र निवासी फैजुल्लागंज मडिय़ांव (टेक्निशियन मिडलाइफ ब्लड बैैंक)

-मो। अम्मार निवासी बाजार खाला (मिडलाइफ ब्लड बैैंक व अस्पताल मालिक)

-संदीप कुमार निवासी कल्याणपुर गुंडबा (टेक्निशियन नारायणी ब्लड बैैंक)

-अजीत दुबे निवासी कृष्णा नगर इंद्र लोक कॉलोनी (नारायणी ब्लड बैैंक का मालिक)