- दिवाली के मौके पर फायदा उठाने के लिए मिलावटखोर एक्टिव
- मिठाइयों को तैयार करने की सामग्री में हो रही जबरदस्त मिलावट
LUCKNOW : दिवाली के अवसर पर मिठाई की सेल बढ़ जाती है। इसी को देखते हुए हर साल की तरह इस बार भी मिलावट खोर एक्टिव हो गए हैं। बड़े पैमाने पर मिलावटी मिठाई तैयार की जा रही है, जो सेहत के लिए हानिकारक है। अपनी जेब भरने के लिए मिलावटखोरों ने मिलावटी सामान बाजार में उतार दिया है। ऐसे में कहीं दिवाली की खुशियां फीकी न हो जाएं, इसलिए मिठाई की खरीदारी जरा संभल कर करें।
शुरू हो गई है खरीदारी
दिवाली पर सबसे ज्यादा जहां गिफ्ट देने के लिए मिठाई की डिमांड है। मिठाई बनाने में अधिकतर मैदा प्रयोग किया जाता है। वहीं उसके बाद सर्वाधिक मात्रा में रिफाइंड या तेल का प्रयोग होता है। सबसे अधिक मिलावट तेल में होती है। इसके बाद बेसन, सूजी, दूध भी मार्केट में मिलावटी पहुंच रहे हैं। इस बार बाजार में मेवा तक मिलावटी पहुंच रहा है। सर्वाधिक मिलावट पिस्ते में हो रही है। इसके बाद काजू में लोगों को ठगा जा रहा है।
सप्लाई से अधिक डिमांड
व्यापारियों के अनुसार दिवाली में मिठाई की सप्लाई से ज्यादा डिमांड होती है। ऐसे में मिलावटी आइटम भी मार्केट में आने की आशंका बन गई है। मिठाई के रेट भी बढ़ गए हैं। इस मौके का फायदा उठाने के लिए मिलावट करने वाले एक्टिव हो गये हैं। मिलावटी खोआ भी बाजार में आ चुका है। इससे बनी मिठाई आपकी सेहत खराब कर सकती है।
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इन चीजों की हो रही मिलावट
- खोवा में यूरिया व स्टार्च की मिलावट जोरों पर है
- खोवा की मात्रा बढ़ाने के लिए वनस्पति तेल भी मिलाया जा रहा है
- दूध में यूरिया और डिटर्जेट की भी हो रही है मिलावट
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ऐसे करें जांच
- एक टेस्ट ट्यूब में खोआ और पानी को मिलाएं। अच्छी तरह से मिलाने के बाद इसमें आयोडीन डालें। इसके बाद यदि मिश्रण का रंग नीला हो जाता है तो तय है कि इसमें स्टार्च मिला है।
- खोआ और पानी को मिलाने के बाद लिक्विड में सोयाबीन का पाउडर डालें और पांच मिनट तक हिलाएं। इसके बाद इसमें लिटमस पेपर डालें। यदि इस पेपर का रंग नीला हो जाए तो समझ लीजिए कि इसमें 100 फीसदी यूरिया मिला है।
- टेस्ट ट्यूब में खोआ को पानी में मिलाने के बाद उसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें। यदि रंग लाल हो जाए तो तो वनस्पति तेल की मिलावट पुष्ट होती है।
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इसे भी जानें
पिस्ता के दाम छह हजार रुपये प्रति किलो है। इसमें मूंगफली के दाने को रंग कर मिला दिया जाता है। खाने पर इसकी मिलावट के बारे में पता चलता है। मिलावटी किशमिश अंगूर को सूखा कर तैयार की जाती है।
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बीते दस दिनों में यहां पड़ा छापा
दिवाली को देखते हुए एफएसडी के टीम ने राजधानी के विभिन्न इलाकों में करीब दो दर्जन से अधिक मिठाई और तेल और बड़े दुकानदारों के यहां छापा मारा हैं। जिसमें करीब 973 किलोग्राम रिफायंड, सोयाबीन ऑयल सीज किया। जिसकी कीमत बाजार मे ंलगभग दस लाख से ऊपर हैं।
- नन्हे स्वीट्स, डालीगंज
- महेश मनासरोवर स्वीट्स, निरालानगर
- हर्ष नारायण ट्रेडर्स, गणेशगंज
- एक्सल डिस्ट्रीब्यूशन एंड मार्केटिंग गोमती नगर
- गोयल इंटरप्राईजेज, गोमती नगर
- वाल मार्ट इंडिया प्रा। लि। सुल्तापुर रोड
- महेश भंडार, भूतनाथ
- इंडियन डेयरी, राजाजीपुरम
- मोतीलाल स्वीट्स, ताड़ीखाना
- यादव स्वीट्स, भंडार, पुरनिया तिराहा
- भैरवी घी भंडार, चौक
- प्रेम मिष्ठान, चौक
कोट
त्योहार के चलते मिलावट को रोकने के लिए अभियान शुरू चल रहा है। इसमें तेजी लाई गई हैं। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को कहीं मिलावट के बारे में पता चलता है, तो वह हमें सूचित कर सकता है।
डॉ। शैलेंद्र प्रताप सिंह, डीओ, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, लखनऊ