लखनऊ (ब्यूरो)। आउटर रिंग रोड को लेकर राहत भरी खबर सामने आई है। अगर सब ठीक रहा तो दिसंबर के अंत तक यहां वाहन फर्राटा भर सकेंगे। अभी कई प्वाइंट्स पर ट्रैफिक जरूर चल रहा है, लेकिन आउटर रिंग रोड का शत प्रतिशत निर्माण न होने के कारण लोगों को इधर-उधर घूमकर जाना पड़ रहा है। अब चूंकि रिंग रोड के अधूरे पैच पर काम शुरू कर दिया गया है, तो जल्द ही कई प्वाइंट्स पर जाम की समस्या दूर हो जाएगी।

32 किमी का काम था बंद

कार्यदायी संस्था की ओर से सीतापुर रोड से मोहान रोड के बीच करीब 32 किमी का काम बंद कर दिया गया था। इसकी वजह से पूरे प्रोजेक्ट पर असर देखने को मिल रहा था। एनएचएआई की ओर से कार्यदायी संस्था को कई बार पत्र भी भेजे गए थे, लेकिन संस्था की ओर से न तो कोई जवाब दिया गया और न ही काम शुरू किया गया, जिसकी वजह से इस प्रोजेक्ट पर संशय के बादल मंडरा रहे थे।

104 किमी की है रिंग रोड

राजधानी में बन रही 104 किमी लंबी आउटर रिंग रोड से ट्रैफिक संबंधी पूरी तस्वीर बदलने वाली है। इसके बनने के बाद अयोध्या व अन्य रूटों की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। रिंग रोड के निर्माण का काम भी शुरू किया जा चुका है। इस प्रोजेक्ट के एक फेज में रोड़ा आ गया था। एक फेज का काम बंद होने से अन्य फेज पर भी असर देखने को मिल रहा था। इस मामले से सांसद राजनाथ सिंह की ओर से केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को भी अवगत कराया गया था। रिंग रोड का काम बंद होने से सीतापुर रोड, हरदोई रोड और मोहान रोड से गुजरने वाले लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा था।

32 किमी पर काम हुआ शुरू

आखिरकार अब आउटर रिंग रोड के रुके हुए पैच, करीब 32 किमी पर फिर से काम शुरू करा दिया गया है। इतना ही नहीं, यह भी लक्ष्य रखा गया है कि पहले से निर्धारित टाइमिंग के अनुसार ही शत प्रतिशत कार्य पूरा किया जाए, हालांकि, बारिश की वजह से अभी थोड़ा असर देखने को मिल रहा है, लेकिन बारिश के मौसम के बाद जल्द से जल्द 32 किमी के पैच को पूरा कर दिया जाएगा। जिसके बाद इसे पब्लिक यूज के लिए खोल दिया जाएगा। इसके बन जाने के बाद कई प्वाइंट्स पर सामने आने वाली जाम की समस्या से भी लोगों को राहत मिल जाएगी।

रिंग रोड एक नजर में

104 किमी लंबा है आउटर रिंग रोड

32 किमी पैच का काम था बंद

50 हजार गाड़ियां शहर के बाहर से निकलेंगी

5200 करोड़ के आसपास बजट

85 फीसदी काम हुआ पूरा

ये होंगे बड़े फायदे

1-पॉल्यूशल लेवल पर असर

2-जाम की समस्या से राहत

3-रिंग रोड के दोनों तरफ डेवलपमेंट

डेवलपमेंट पर फोकस

वहीं दूसरी तरफ, एलडीए और आवास विकास की ओर से संयुक्त रूप से रिंग रोड के दोनों तरफ डेवलपमेंट कराया जाएगा। इसके लिए दोनों तरफ जमीन अधिग्रहण की जाएगी। पहले जहां रिंग रोड के दोनों तरफ 500-500 मी। जमीन अधिग्रहण की तैयारी थी, वहीं अब इसे एक किमी कर दिया गया है। एलडीए की ओर से यहां पर डेवलपमेंट के लिए कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है। यहां पर आवासीय और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स लाए जाएंंगे। प्रयास यही किया जा रहा है कि यहां पर रिंग रोड के आसपास नया लखनऊ बसाया जाए। आवास विकास की ओर से भी यही तैयारी की जा रही है।

ग्रीनरी पर रहेगा फोकस

रिंग रोड के आसपास ग्रीनरी पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके लिए ग्रीनरी डेवलपमेंट प्लान बनाया जा रहा है। रिंग रोड के आसपास जब ग्रीनरी डेवलप होगी तो साफ है कि यहां से गुजरने वाले वाहन सवार अच्छा फील करेंगे। इसके साथ ही पॉल्यूशन भी कंट्रोल में रहेगा।

आउटर रिंग रोड के रुके हुए कार्य ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है। प्रयास यही किया जा रहा है कि 30 नवंबर तक काम पूरा करा दिया जाए, जिसके बाद जनता इसका लाभ उठा सकेगी।

-दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि