रोडवेज ने बदला बसों के संचालन का रूट
सभी बसों में तैनात रहेंगे दो चालक व दो परिचालक
Meerut। परिवहन विभाग की कार्ययोजना के अनुसार कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ मार्ग पर रोडवेज समेत सिटी ट्रांसपोर्ट का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। 28 जुलाई से 9 अगस्त तक भैंसाली डिपो से संचालित होने वाली बसों को सोहराबगेट डिपो से संचालित किया जाएगा। इसके अलावा पुरामहादेव मंदिर में जलाभिषेक के बाद वापस आने वाले भोले भक्तों के लिए रोडवेज ने 8 अगस्त से 11 अगस्त तक बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
यह रहेगा रूट डायवर्जन
मेरठ- हापुड़
गाजियाबाद-कौशांबी-कश्मीरी गेट
मेरठ- बिजनौर- हरिद्वार
मेरठ- मीरापुर- जानसठ- हरिद्वार
मेरठ- संभल- बंदायू
मेरठ- बिजनौर- मुरादाबाद
मेरठ- बिजनौर- नगीना- काशीपुर- हल्द्धानी
गढ़- गजरौला- बिजनौर- हरिद्वार
गढ़- किठौर-मवाना- बिजनौर-हरिद्वार
दिल्ली- मैनपुरी
दिल्ली- हरदोई- लखनऊ
दिल्ली- कानपुर
यह होगी नई व्यवस्था
सोहराबगेट पर बनेगा क्षेत्रीय कंट्रोल रुम
कांवड़ यात्रा के दौरान 25 मेला बसों का हरिद्वार तक होगा संचालन
सभी चालक-परिचालकों का अवकाश 28 से निरस्त
प्रत्येक ईकाई पर ईटीएम कंप्यूटर सिस्टम व चार्जिग मशीनों समेत डाक चार्जर की होगी व्यवस्था
प्रत्येक निगम बस पर 2 चालक व 2 परिचालक की रहेगी व्यवस्था
प्रत्येक ईकाई पर टैंट की सुरक्षित व्यवस्था की जाएगी
टैंट में पानी और लाइट की 24 घंटे रहेगी व्यवस्था
पांचों डिपो से स्टॉफ कार से अधिकारी करेंगे मार्ग का निरीक्षण
मवाना बस स्टैंड पर उपलब्ध रहेगी रिकवरी वैन
मवाना बस स्टैंड से 40 बसें होंगी हरिद्वार तक संचालित
कंकरखेड़ा क्रसिंग से शामली, सरधना मार्ग पर बसों का संचालन
बागपत बाईपास से 15 बसों का होगा संचालन
मेरठ- बलैनी मार्ग पर 30 बसें
मेरठ- कल्याणपुर मार्ग पर 8 बसें
बलैनी- बागपत- बड़ौत- बढ़सैनी- बड़ौत- मार्ग पर 30 बसें
कांवड़ मार्ग की कार्ययोजना बनाकर सभी एआरएम और डिपो प्रभारियों को जानकारी दी जा चुकी है। 28 जुलाई से यह व्यवस्था लागू होगी।
नीरज सक्सेना, आरएम, रोडवेज
बच्चा पार्क से खैर नगर तक हटाया अतिक्रमण
कांवड़ मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराने के उद्देश्य से निगम द्वारा शुरू किया गया अतिक्रमण अभियान गुरुवार को समाप्त हो गया। अभियान के आखिरी दिन कांवड़ मार्ग के रूट डायवर्जन को ध्यान में रखते हुए खैर नगर चौराहा से बच्चा पार्क तक मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। इस दौरान अभियान के दौरान खैरनगर चौपले पर निगम टीम ने व्यापारियों से पूछे बिना ही बाहर रखा सामान फेंकना शुरू कर दिया और शेडों को जेसीबी से तोड़ डाला। इस पर व्यापारी बिफर गए और उन्होंने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस बल के होने से विरोध जल्द ही शांत हो गया।
कांवड़ यात्रा तक लगातार अतिक्रमण अभियान जारी रहेगा। जिन जगहों को अतिक्रमण मुक्त कराया जा चुका है, वहां दोबारा निरीक्षण होगा।
अली हसन कर्नी, अपर नगरायुक्त
आज आएंगे प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी ओपी सिंह
कावंड़ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को यूपीप्रमुख सचिव गृह और डीजीपी ओपी सिंह मेरठ में तीन मंडलों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे। इसके लिए गुरुवार को एडीजी ने अधिकारियों के साथ भी एक बैठक की। इस बैठक में मेरठ के अलावा सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के आईजी और एसएसपी स्तर के अधिकारी भी शामिल होंगे।
यह भी रहे मौजूद
सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में आईजी रेलवे विजय प्रकाश, रेलवे सुरक्षा बल के सहायक सुरक्षा आयुक्त योगेंद्र सिंह, एसएसपी राजेश कुमार पांडेय, एसपी सिटी रणविजय सिंह, आरपीएफ मेरठ थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार समेत जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों ने भाग लिया।
कांवडि़यों के वेश में रहेगी पुलिस
कांवड़ यात्रा को सुरक्षित संपन्न कराने के उद्देश्य से गुरुवार को आईजी रेलवे विजय प्रकाश ने आरपीएफ और जीआरपी समेत सिविल पुलिस के साथ समीक्षा बैठक आयोजित कर विशेष दिशा-निर्देश दिए। बैठक में आइजी रेलवे के साथ रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त दिल्ली शशि कुमार ने कांवड़ यात्रा के प्लान की जानकारी दी।
बैठक के मुख्य निर्देश
रेलवे स्टेशनों पर कांवडि़यों के वेश में मौजूद रहेगी पुलिस।
भीड़ के चलते ट्रेन आने के दो घंटे पहले प्लेटफॉर्म बदले जाने की सूचना देनी होगी। ताकि कांवडि़यां एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म तक आराम से पहुंच जाए।
ट्रेन के पायदान के ऊपर, ट्रेन के डिब्बों के बीच में यात्रा पर रोक।
सभी छोटी से छोटी सूचना पर तुरंत एक्शन लिया जाए।
स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों को तुरंत ठीक कराने के निर्देश।
कांवड़ खंडित होने पर पुलिस तुरंत जल और कांवड़ की व्यवस्था करेगी।
सभी अधिकारी और कर्मचारीं कांवड़ के समय कांवडि़यों से शालीन व्यवहार करेंगे।
अतिरिक्त फोर्स के तौर पर पांच सब-इंस्पेक्टर, 6 हेड कॉस्टेबल, 10 महिला कॉस्टेबल, 40 कांस्टेबल और एक प्लाटून पीएसी की मांग।