- तीरगरान में सुबह से ही तैनात रही पुलिस फोर्स, मामला शांत

- कुछ दुकानें खुलीं कुछ बंद रहीं, मौके पर पहुंचे डीजीपी

- अधिकारियों ने अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की

Meerut: दंगा होगा तो असर भी दिखेगा। वही हुआ। दहशत के चलते लोग घरों से नहीं निकले। कई क्षेत्रों में बाजार भी बंद रहे। शनिवार को कोतवाली के तीरगरान में एक मामूली से विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि लोग सहम गए। रविवार को सुबह होते दंगा प्रभावित इलाके में नेताओं और अधिकारियों का पहुंचना शुरू हो गया। हालात का जायजा लिया तथा अस्पतालों में जाकर पीडि़तों का हाल पूछा।

यह रहा सीन

रविवार को कोतवाली एरिया के तीरगरान और गुदड़ी बाजार में अधिकतर दुकानें बंद रहीं। दुकानों में दंगाइयों द्वारा लगाई गई आग काफी नुकसान हुआ। दुकान मालिक अपने नुकसान का हिसाब लगाते रहे। इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। लोगों को घर से बाहर निकलने और इकट्ठा होने से रोका गया। सुबह ही डीजीपी एएल बनर्जी और प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार पहुंचे। वह पहले पीडि़त और घायलों से मिले और फिर सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता की।

घायलों से मिले

डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह अमले के साथ सुशीला जसवंत राय हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज में पहुंचे। जहां घायलों से उनकी हालत के बारे में जानकारी ली। इसके बाद मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। जहां लोगों से बातचीत की। घटना स्थल का पूरा जायजा लिया। हलवाई ज्ञान सिंह की दुकान में आग लगाई गई थी और एक सर्राफ व मोबाइल शॉप लूटी गई थी। साथ ही पीडि़त लोगों को मुआवजा देकर नुकसान की भरपाई करने को कहा गया।

नौचंदी मेला भी बंद

इस बवाल के बाद एतिहासिक मेला नौचंदी भी बंद कर दिया गया। जिसको बंद करने के लिए डीएम ने निर्देश जारी कर दिए। साथ ही नगर आयुक्त को इसके लिए पत्र भी भेज दिया गया। ऐसे में जो लोग इस मेले में कुछ कमाने की इच्छा लेकर आए थे उनमें खासी निराशा देखी जा रही थी। पहले तो इस मेले में छेड़छाड़ को लेकर पंगा हो चुका था। जिसके चलते मेला गुलजार होने से पहले ही फीका पड़ गया था। इस बवाल के बाद इसकी रौनक एकदम खत्म हो गई। यह मेला ही बंद हो गया। हो सकता है आने वाले समय में इसकी रौनक इतनी भी ना रहे।

शुभम की हालत गंभीर

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती शुभम रस्तोगी की हालत नाजुक बनी हुई। देखभाल में कई डॉक्टर्स के साथ पुलिस व आरएएफ भी लगी है। शुभम अभी आईसीयू में वेंटीलेटर पर है। लोगों ने शुभम की हालत जानने के लिए हंगामा किया तो डॉक्टर्स ने उनको आश्वासन दिया। आरोप था कि शुभम की डेथ हो चुकी है और पुलिस व प्रशासन के दबाव में उसको वेंटीलेटर पर रखा जा रहा है। प्रिंसिपल डॉ। प्रदीप भारती ने परिजनों को शुभम की नब्ज दिखाई।

एक हजार से ज्यादा पर केस

इस मामले में दर्ज सात मामलों में 80 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि अज्ञात दंगाइयों की संख्या एक हजार से अधिक है। दंगे में इंस्पेक्टर कोतवाली की ओर से क्म् लोग नामजद और करीब भ्00 अज्ञात के खिलाफ बलवा समेत कई अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया। वहीं दरोगा प्रभाकर केंतुरा की ओर से दोनों संप्रदाय के क्ख् लोगों को नामजद करते हुए करीब ख्भ्0 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती गुदड़ी बाजार के आमिर की तरफ से भाजपा के विजय आनंद, कमल दत्त शर्मा और राजकिशोर समेत छह लोगों को नामजद करते हुए करीब भ्0 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ। इसके साथ ही क्षितिज की ओर से भी कुछ नामजद और सौ से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ। घायल शुभम की ओर से करीब एक दर्जन नामजद और सौ से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई।

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