- जीआईसी में कॉपी री चेक करने के लिए हंगामा

- एग्जामनर और हेड ऑफ एग्जामनर में हुई गरमागरमी

 

 

Meerut : रविवार को मूल्यांकन में एग्जामनर और हेड ऑफ एग्जामनर में कॉपी चेक करने को लेकर बहस हो गई। मूल्यांकन की गई कॉपियों को री चेक करने के लिए एक भी एग्जामनर तैयार नहीं हो रहा था। वहीं हेड ऑफ एग्जामनर बार-बार री चेकिंग करने के लिए जोर दे रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों आपस में भीड़ गए।

 

ऐसे हुई गरमागरमी

गौरतलब है कि रविवार को मूल्यांकन सेंटर पर सुबह जीआईसी सेंटर पर इकोनॉमिक्स के एग्जामनर व हेड ऑफ एग्जामनर कमरे में पहुंचे थे। हेड ऑफ एग्जामनर्स ने मौजूदा एग्जामनर को मूल्यांकन के लिए कॉपी देने से इनकार कर दिया। हेड ऑफ एग्जामनर्स का कहना था कि पहले जितनी कॉपी चेक हो चुकी हैं उन कॉपियों को आपस में नियम अनुसार शिक्षक री चेक कर लें, लेकिन एग्जामनर ने कॉपी को री चेक करने से इनकार कर दिया। एग्जामिनर्स का कहना था कि हेड ऑफ एग्जामिनर उनकी जगह खुद ज्यादा कॉपियां चेक करके पैसा कमाना चाहते हैं। इसलिए उनको कम कॉपियां चेक करने के लिए दे रहे हैं। इसी बात को लेकर घंटों आपसी गरमागरमी रही।

 

बस एक रुपए का है सवाल

हेड ऑफ एग्जामिनर्स का कहना था कि कॉपियों की री चेकिंग करने के लिए बस एक रुपया पर कॉपी दिया जाता है। ऐसे में कॉपी को बारीकी से जांचने का काम एक रुपए में करना होता है, लेकिन एक रुपए के लिए कोई भी एग्जामनर इस झमेले में नहीं पड़ना चाहता है। इसलिए कोई भी कॉपी चेक नहीं कर रहा है।

 

मामले की जानकारी मिली है, संबंधित लापरवाही करने वालों पर सख्ती बरती जाएगी।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस