- कैंट स्टेशन पर पहुंची साइंस एक्सप्रेस

- 16 कोच की ट्रेन में दी गई पर्यावरण संरक्षण की जानकारी

- 24 तक रहेगी ट्रेन 25 को नजीबाबाद पहुंचेगी

Meerut : सोलह कोच की 'साइंस एक्सप्रेस' में रोजमर्रा के साथ ही जीव-जंतुओं से जुड़ी रोचक जानकारी पाकर स्टूडेंट्स काफी खुश हुए। हर कोच में विशेष जानकारी थी। देश का राष्ट्रीय जन्तु कौन है? गंगा डॉल्फिन, यह मछली है या जन्तु? ट्रेन में प्रशिक्षक वेंकटपति रमण ने बच्चों को यह बताया कि गंगा डॉल्फिन के फेफड़े होते हैं, यह मैमल्स है। गौरतलब है कि ये ट्रेन ख्ब् अगस्त तक मेरठ में ही रुकेगी। ख्भ् को रवाना होने के बाद ये ट्रेन नजीबाबाद पहुंचेगी।

बच्चों को मिली रोचक जानकारी

पेट्रोल हमारी गाड़ी तक कैसे पहुंचता है? विभिन्न तापों पर क्रूड ऑयल से लिक्विडपेट्रोलियम एलपीजी गैस, पेट्रोल, डीजल, तारकोल के बनने की विस्तृत जानकारी मॉडल और प्रदर्शनी से दी गई। वहीं कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन और सहयोग के बारे बताया गया। श्रीनिवासुलु ने प्रदर्शनी के जरिए समझाया कि बैंगलोर से दिल्ली की फ्लाइट में फ्भ्0 किग्रा, टीवी तीन घंटा प्रतिदिन एक साल तक चलने पर ख्फ्7 किग्रा, एक बल्व के छह घंटा प्रतिदिन एक साल तक जलने पर क्क्8 किग्रा, एक मोटरसाइकिल के एक-एक महीने चलने पर भ्0 किग्रा और एक टी-शर्ट के निर्माण में 7 किग्रा कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है। तर्क दिए गए कि पेड़ कटता है, धागा बनता है, परिवहन में ईधन खर्च होता है। बताया देश में इकलौता आर्क डैम इडुक्की, केरला में है।

और उछल पड़े बच्चे

ट्रेन में शीशे के जार में रखे विविध जीवों की आकृतियां देख बच्चे बोले, पापा ये तो डिस्कवरी में देखा था। सभी कोचों में लगे टीवी के जरिए पक्षियों की क्रियाविधि, जंतुओं की चर्या, स्थानीय लोगों के क्रिया-कलाप दिखाए गए। ट्रेन में कृत्रिम पेड़, मगरमच्छ, कंगारू, मछली व कठफोड़वा समेत विभिन्न जीवों की आकृतियां देख लोग हर्षित हो उठे।

इनके बारे में जानकारी

ट्रेन में अनेक तरह के क्विज व पजल्स भी हैं। कौन सा जानवर कहां पाया जाता है? इसके लिए जानवर के सामने का बटन दबाकर देश के नक्शे पर बल्ब जल उठता है। वहीं अश्वगंधा, तुलसी, नीम व ब्राह्मी आदि जड़ी-बूटी कैसे सार्थक हैं? इसके बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई। लुप्त पक्षी और जंतुओं की आकृतियां देख कई बच्चों ने प्रशिक्षकों से पूछा कि ये कौन सा जानवर है, तब उन्हें विस्तार से बताया गया।