वाराणसी (ब्यूरो)। निवाला ही नहीं, अब घर बनाना भी महंगा हो गया है। सीमेंट, सरिया, ईंट, गिट्टी व लाल बालू सहित अन्य निर्माण सामग्री के रेट बढऩे से निर्माण की लागत 20 से 30 फीसदी तक बढ़ गई है। निर्माण सामग्री के दाम आसमान छूने से किचन के साथ मकान के लिए रखा गया बजट भी बोल गया है। छह महीने पहले लोगों ने निर्माण कार्य शुरू किया था और यह आस लगाई थी कि उनका आशियाना उनके बजट में बनकर तैयार हो जाएगा। लेकिन, वह बढ़ती महंगाई से मायूस हो गए हैं। तमाम लोग ऐसे भी हैं, जो हाल फिलहाल के लिए मकान बनवाने का इरादा ही बदल चुके हैं। सीमेंट, सरिया, बालू, मोरंग, गिट्टी के साथ ईंट की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। निर्माण सामग्री की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। जो बजट लेकर काम शुरू कराया था, अब उससे ज्यादा खर्च हो रहा है।
सरिया में सबसे अधिक तेजी
निर्माण सामग्री की कीमतों पर गौर करें तो जो सफेद बालू दो माह पूर्व 20 रुपये फीट था, जोकि अब 24 रुपये हो गया है। सीमेंट की कीमतों में 40 रुपये प्रति बोरी तक का इजाफा हुआ है। लाल बालू यानी मोरंग की दरें 15 रुपये प्रति फीट बढ़ गई है। 75 रुपये से यह बढ़कर 90 रुपये प्रति फीट हो गया है। गिट्टी की कीमतों पर नजर डालें तो वह 75 से बढ़कर 85 रुपये प्रति फीट पर पहुंच गया है। सबसे अधिक तेजी सरिया की देखने को मिल रही है। 55 सौ रुपये से बढ़कर आठ हजार रुपये प्रति क्विंटल के करीब यह पहुंच गया है। ईंट की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। पिछले सीजन में 14 हजार रुपये प्रति ट्राली बिकने वाली ईंट की कीमत 15 से 16 हजार रुपये तक पहुंच गई है.
दो से तीन लाख लागत बढ़ी
निर्माण सामग्री के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। लोहे की सरिया से लेकर सीमेंट, मोरंग, गिट्टी आदि सभी कुछ महंगा हुआ है। इसके चलते अब आशियाना बनाना और महंगा हो गया है। एक हजार वर्ग फीट का मकान बनवाने की लागत में दो से तीन लाख रुपये तक की बढ़ोतरी छह महीने में हुई है। इससे निर्माण सामग्री में लगातार इजाफा हो रहा है। अक्टूबर में सरिया की कीमत 5200 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो अब बढ़कर 8000 रुपये तक पहुंच गई है। हालांकि मार्च में यह 8500 का आंकड़ा भी छू चुकी है। इसके अलावा बिजली तार व सामान की कीमतें में 40 फीसद की वृद्धि हुई है, जिससे मकान के निर्माण की लागत बढ़ गई है.
रोकना पड़ा काम
मंडुवाडीह रोड पर सरिया, सीमेंट विक्रेता राजू सिंह बताते हैं कि कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने दीपावली से पहले मकान बनवाना शुरू किया, लेकिन अचानक सरिया व सीमेंट के दाम बढऩे से काम रोक दिया। वहीं ठेकेदार किशनवीर सिंह बताते हैं कि दीपावली से पहले तक एक हजार वर्गफीट का एक औसत मकान करीब 10 लाख रुपये में तैयार हो रहा था। अब इस पर खर्चा 12 से 13 लाख रुपये आ रहा है.
सरिया और सीमेंट में छह महीनों के दरम्यान लगातार वृद्धि हुई है। सरिया अक्टूबर में 52 रुपये प्रति किलो थी, जो अब अस्सी से 85 रुपये किलो है। वस्तुएं महंगी होने से निर्माण कार्य और मांग पर भी असर है.
-राजेश यादव, मैटेरियल विक्रेता
घर बनवा रहा हूं। पहली मंजिल करीब आठ महीने पहले बनवा ली थी। उस समय सरिया 50 से भी कम थी, अब दूसरी मंजिल के लिए 90 रुपये लेनी पड़ रही है। सीमेंट, गिट्टी, लाल बालू भी पहले के मुकाबले महंगी हुई हंै.
-मोहित सेठ, मकान मालिक
6 महीने पहले तक एक हजार स्क्वेयर फीट का मकान 10 से 11 लाख रुपए तक में बनकर तैयार हो रहा था, अब उसकी लागत बढ़कर 14 से 15 लाख रुपए तक या इससे भी अधिक हो गई है। निर्माण मटेरियल की कीमत में उछाल आने से निर्माण करवाने वालों के साथ ही निर्माण करने वाले के समीकरण बिगड़ गए हैं.
-मनीष अग्रवाल, बिल्डर