वाराणसी (ब्यूरो)। बनारसी साड़ी, सुंदर खिलौने, जरी-जरदोजी वर्क, हैैंडमेड व स्टोन क्रॉफ्ट समेत कई जीआई टैग के बनारसी इंडस्ट्रीज ने दुनिया में क्वालिटी प्रोडक्ट का लोहा मनवाया। इसमें दिन-रात जीतोड़ मेहनत कर कारीगरों ने यूरोप, एशिया, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया ओशन के कई देशों में बनारसी ब्रांड को स्थापित किया। इधर, करीब एक दशक से शहर के बेनियाबाग और दालमंडी में फेक, कॉपी और डुप्लीकेट ब्यूटी प्रोडक्ट, कास्मेटिक्स आईटम और लेडिज अंडर गारमेंटस समेत कई प्रकार के इस्तेमाल की वस्तुओं का बड़ा मार्केट खड़ा हो गया है। इन मार्केट में लो क्वालिटी और बड़े ब्रांड के डुप्लीकेट आइटम कम कीमत में मिल जाते हैैं। पूर्वांचल भर से आने वाले रिटेलर यहां से लोकल प्रोडक्ट को खरीद कर मनमाने कीमतों पर सेल करते हैैं। डुप्लीकेट ब्यूटी प्रोडक्ट और समानों की पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी शहर के बेनियाबाग और दालमंडी में हैं, जहां रोज 5 से 6 लाख रुपए का कारोबार होता है।
इन स्थानों से आते हैैं कस्टमर
बनारस समेत पूर्वांचल के चंदौली, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, बलिया, मिर्जापुर, जौनपुर, देवरिया, बिहार के भभुआ और मोहनियां से कास्मेटिक और ब्यूटी प्रोडक्ट खरीदने कस्मटर आते हैैं। बेनियाबाग और दालमंडी में कई जनपदों से आए कस्टमर रोजाना करीब 5 से 6 लाख रुपए की खरीदारी कर डालते हैैं। लगन और शादी सीजन में कारोबार अधिक देखने को मिलता है। हालांकि विधानसभा इलेक्शन को लेकर शहर की सीमा सील है। इसका असर भी डुप्लीकेट मार्केट पर देखने को मिल रहा है.
आंकड़ों पर एक नजर
जनपद डुप्लीकेट आइटम की बिक्री
बनारस 40 से 50 हजार रुपए
चन्दौली 50 से 60 हजार रुपए
आजमगढ़ 40 से 45 हजार रुपए
बलिया 45 से 50 हजार रुपए
मिर्जापुर 60 से 65 हजार रुपए
जौनपुर 45 से 50 हजार रुपए
देवरिया 50 से 55 हजार रुपए
मऊ 40 से 50 हजार रुपए
भभुआ (बिहार) 35 से 40 हजार रुपए
मोहनियां (बिहार) 20 से 25 हजार रुपए
नोट- बेनियाबाग और दालमंडी में डप्लीकेट ब्यूटी प्रोडक्ट के रोज बिक्री के आंकड़े
चाइना और दिल्ली का माल
शहर के बेनियाबाग और दालमंडी में हर ब्रांड और प्रोडक्ट की सेम टू सेम नकली आइटम सस्ते दामों में मिल जाती है। ये नकली ब्यूटी प्रोडक्ट चीन से और दिल्ली के मार्केट से थोक में मंगाए जाते हैैं। ये कीमत में सस्ते जरूर होते हैैं। लेकिन, स्कीन की सुरक्षा पैरामीटर पर खरे नहीं उतरते हैैं। लंबे समय तक डुप्लीकेट ब्यूटी प्रोडक्ट के इस्तेमाल से स्कीन डिजीज की आशंका बढ़ जाती है।
नकली प्रोडक्ट आसानी से अवेलेबल
बेनियाबाग और दालमंडी में नेल पॉलिस, लाइनर, काजल, लिपस्टिक, ब्लशर, फाउंडेशन, फेशवॉश, प्राइमर, बेश, कंसीलर, ईयर रिंग, डुब्लीकेट जेवर, फिंगर रिंग, बैैंड, रबड़, मास्चराइजर, परफ्यूम, फेस पाउडर, सन क्रीम, फेशियल किट, जूड़ा पिन, गजरा, कॉचन पैड, चाइनीज रोज वाटर, नेल पेंट रिमूवर, हेयर रिमूवर, स्क्रम, एलोवेरा जेल, वैसलीन, क्लिप, बड, ब्राइडल मेकअप सेगमेंट, लेडिज अंडर गारमेंट समेत सैकड़ों डुप्लीकेट आइटमों आसानी से अवेलेबल हैैं।
लगन और शादी सीजन में बूम
शहर के डुप्लीकेट मार्केट से नोटोरियस बेनियाबाग और दालमंडी के हजारों थोक ब्रिकेताओं को लाकडाउन में नुकसान उठाना पड़ा। चीन और दिल्ली से भारी मात्रा में आए माल के डंप होने से लाखों का नुकसान हुआ। अनलॉक और लगन सीजन के शुरू होते ही डुप्लीकेट आइटमों का बाजार धीरे-धीरे स्पीड पकड़ रहा है। इस वर्ष 56 से अधिक लगन की डेट होने से इन कारोबारियों को मुनाफे की उम्मीद है।
डुप्लीकेट ब्यूटी प्रोडक्ट में मानक से अधिक केमिकल होता हैैं। इनके इस्तेमाल के बाद धूप और पानी में केमिकल स्किन की सेल्स को डैमेज करते हैैं। लंबे समय तक लोकल ब्यूटी प्रोडक्ट के इस्तेमाल से बचना चाहिए, अन्यथा स्किन के गंभीर रोगों के होने की आशंका बढ़ जाती है।
डॉ कंचन, स्किन एक्सर्ट
पिछले डेढ़ दशक से सैकड़ो दुकानों के साथ शुरू हुआ डुप्लीकेट मार्केट का कारोबार अब बड़ी मंडी का रूप ले चुका है। बेनियाबाग और दालमंडी की इकोनॉमी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। जाली आईटमों की तंग गलियों में सूदखोर और असमाजिक तत्व भी सक्रिय है।
विजय विनीत, विश्लेषक
किसी भी ब्रांड के डुप्लीकेट प्रोडक्ट मार्केट में सेल करना कॉपीराइट कानून का वायलेशन है। संबंधित प्रोफेशनल और अधिकृत विभाग से पुलिस समन्वय स्थापित कर जांच करेगी। जांच में दोषी पाए जाने पर डुप्लीकेट ब्यूटी प्रोडक्ट सेल करने के आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
सुभाष चंद्र दुबे, ज्वाइंट सीपी, क्राइम एंड हेडक्वॉर्टर