वाराणसी (ब्यूरो)साइबर अपराधियों पर पुलिस का लगातार शिकंजा कसता जा रहा है, लेकिन अपराधी भी नए-नए तरकीब तरकीब निकालकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैैंइसी कड़ी में शहर के साइबर अपराधियों ने अब शादी डाट काम को निशाना बनाया हैशादी के लिए युवतियों द्वारा डाली गई पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल जानकारी को चुरा ले रहे हैैंफिर अपनी पहचान को छिपाकर सबसे पहले दोस्ती करते हैैं, फिर ब्लैकमेल करते हैैंऐसे में शहर के अंदर युवतियों के अंदर भय का माहौल बन गया है, जोकि पुलिस के लिए भी चैलेंज बना हुआ है.

केस नंबर 1

शादी के लिए पर्सनल डिटेल शेयर करने का पहला मामला मंडुआडीह इलाके में देखने का मिलायहां पर साइबर अपराधी ने रीता (बदला हुआ नाम) की शादी की प्रोफाइल को चोरी कर लियाइसके बाद शादी के बहाने से उससे दोस्ती कर लीदोस्ती के बाद उसे महंगे गिफ्ट देने के लिए आफर कर दियाइसके बाद अपराधी के द्वारा लड़की को अपने प्रेमजाल में फंसाते हुए उससे महंगे गिफ्टों के बहाने और प्रगाढ़ दोस्ती कर लीइसके बाद उसने ब्लैकमेलिंग करनी शुरू कर दीतंग आकर युवती ने अपने परिवार वालों को इस घटना के बारे में सारी जानकारी शेयर की.

केस नंबर 2

शादी के नाम पर वेबसाइट से ठगी का दूसरा मामला शहर के लंका के नरिया इलाके का हैयहां पर भी एक युवती की शादी के लिए परिवार ने उसकी प्रोफाइल को शादी की एक वेबसाइट पर अपलोड कर दियाइसके बाद साइबर अपराधी ने उसकी जानकारी को चोरी कर लियाफिर उससे दोस्ती करते हुए शहर के अंदर तमाम कसमें वादे खाते हुए शादी के लिए झूठे वादे किएइसके बाद युवती को ब्लैकमेल करने का प्रयास शुरू कर दियायुवती ने नजदीकी पुलिस का अपने परिवार के साथ सहारा लिया.

केस नंबर 3

शादी के लिए ठगी जा रही महिलाओं का तीसरा मामला शहर के पांडेयपुर के नई बस्ती इलाके का हैयहां पर साइबर अपराधी ने सबसे पहले महिला की प्रोफाइल को चोरी करके शादी के लिए प्रस्ताव देते हुए उससे दोस्ती कीइसके बाद उसे शहर के अंदर तमाम इलाकों में घूमाते हुए शादी का झांसा दियाइसके बाद साइबर अपराधी ने उसके कुछ पर्सनल फोटोज को लीक करने के नाम पर ठगी का प्रयास शुरू कर दियाइसके लिए लड़की के साथ करीब 50 हजार रुपये तक की ठगी की गईइसके बाद महिला ने तंग आकर अपने परिवार की मदद से नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराई.

बनारस में साइबर ठगी

-साइबर ठगी के प्रतिदिन 3 से 4 मामले हो रहे दर्ज

-मंथली 120 से 150 मामले हो रहे दर्ज

-ज्यादातर केसेज आनलाइन इंटरनेट फ्राड के द्वारा आ रहे हैं सामने

-साइबर थाना कंप्लेन दर्ज करने के बाद संबंधित थानों को भेजती है निस्तारण के लिए

साइबर अपराध होने पर नागरिक तुरंत 1920 पर शिकायत करने के साथ ही साइबर थाने में मामला को दर्ज कराएंइससे बचने के लिए किसी भी अननोन के बहकावे में न आएंसाथ ही प्रयास रहे कि अपनी निजी जानकारियों को शेयर करने से बचें.

राम सेवक गौतम, डीसीपी, काशी