वाराणसी (ब्यूरो)। बिजली विभाग के द्वितीय सर्किल के अंदर संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को विभाग की तरफ से पिछले छह माह से वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। संविदाकर्मियों ने कई बार अपने मातहत नेताओं की अगुआई में अधीक्षण अभियंता से बातचीत की और वेतन की मांग की। आश्वासन देने के बाद भी वेतन का भुगतान नहीं होने पर संविदाकर्मियों ने बुधवार सुबह 11 बजे अधीक्षण अभिंयता कार्यालय द्वितीय पहुंचकर अपना आंदोलन शुरू कर दिया। आंदोलन के दौरान सिगरा कार्यालय में कार्य करने वाले कर्मचारियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया और पूरे दिन कार्य का बहिष्कार रखा। हालांकि इस दौरान अधीक्षण अभियंता कार्यालय से नदारद रहे, वहीं पब्लिक को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
750 कर्मचारियों के रुके हंै वेतन
बिजली विभाग के सर्किल द्वितीय के अंदर आने वाले सभी डिवीजनों में कुल 750 संविदा कर्मी कार्यरत हैं। ये सभी विभाग की तमाम डेस्क में कोई कंप्यूटर आपरेटर तो कोई लाइनमैन पद पर कार्यरत हैं। इन सभी का आरोप है कि वह लगातार विभाग को अपनी सेवायें दे रहे हैं। इसके बावजूद विभाग की हीलाहवाली के कारण उनका वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिस कारण उनके परिवार के सामने रोजी रोटी के संकट की समस्या उत्पन्न हो गई है.
अधीक्षण अभियंता पर आरोप
आंदोलन करने के दौरान संविदाकर्मियों ने आरोप लगाया कि अधीक्षण अभिंयता दीपक अग्रवाल मनमाने तरीके से कार्य करते हैं। इनके द्वारा हम कर्मचारियों का जानबूझकर वेतन रोका जाता है। वेतन के दौरान बातचीत करने पर ये अपने कार्यालय से भगा देते हैं। इसके साथ ही डायरेक्टर भिखारीपुर के आदेश के अनुसार हर माह की सात तारीख को वेतन का भुगतान हो जाना चाहिए, लेकिन ये कभी समय से भुगतान नहीं करवाते हंै। इसके साथ ही हम लोगो की सेलरी में कटौती और रोक कर विभाग में भ्रष्टाचार करने की खुली अनुमति देते हैैं.
संविदाकर्मियों की हैं ये मांगें
-छह माह से रुका हुआ वेतन भुगतान किया जाये.
-कार्य करने के दौरान दुर्घटना होने पर उनके साथ सौतेला ïव्यवहार न किया जाये.
-उनके वेतन को बढ़ाया जाये.
-सेलरी से जो पैसे काटे जाते हैैं, उससे उनको मेडिकल की सुविधा दी जाये.
-किसी अन्य बाहरी को कार्य में ना लगाया जाये.
-विभाग की तरफ से पारदर्शिता रखते हुए स्टेशनरी अवेलेबल कराई जाये.
जब तक संविदाकर्मियों का भुगतान नहीं किया जाता है तब तक अंदोलन जारी रहेगा। यह आंदोलन और भीषण रूप अख्तिार कर लेगा.
अंकुर पांडेय, मंडल मंत्री, विद्युत मजदूर पंचायत