चार सालों से कर रहा था प्यार

चोलापुर के हरिजन बस्ती में रहने वाला चंद्रभूषण पिकअप चलाता है। उसके पड़ोस में रहने वाले नखड़ू की बेटी सीमा से वो पिछले चार सालों से प्यार करता था। लेकिन सीमा को उसका प्यार मंजूर नहीं था। परिजनों ने बताया कि चंद्रभूषण अक्सर सीमा को रास्ते में रोककर परेशान करता था। सीमा ने इसी साल इंटर पास किया है। इंटर पास करने के बाद उसकी शादी घर वालों ने तय कर दी थी लेकिन चंद्रभूषण सीमा की शादी किसी और से नहीं होने देना चाहता था। इस पर उसने बुधवार को मार्केट से शॉपिंग करके लौटते वक्त सीमा का पीछा करना शुरू किया। अकेली होने के चलते चंद्रभूषण ने सीमा को रास्ते में कई बार रोका और पिकअप में बैठने को कहा लेकिन सीमा ने इनकार कर दिया।

मोड़ पर लगा दी गाड़ी

सीमा के पिकअप में बैठने से लगातार मना करने पर चंद्रभूषण ले पिकअप वैन गांव के मोड़ पर लगा दी और सीमा का वेट करने लगा। इसी बीच सीमा ने मोड़ पर लगी पिकअप को देखकर पास के रहने वाले बाबू लाल के मकान की ओर मुड़ गई और वहां छुपने लगी। चंद्रभूषण ने सीमा को अपनी गाड़ी के शीशे में आता देखा और उसके पीछे हो लिया। बाबू लाल के मकान पास छुपी सीमा को देखकर चंद्रभूषण ने उसका हाथ पकड़कर अपनी ओर खींचा और शादी किसी दूसरे से न करने की बात करने लगा। इसपर सीमा शोर मचाने लगी। इससे चंद्रभूषण गांव में बदनामी से डर गया और पैंट के पीछे कमर में खोंसे चाकू को निकाला और सीमा के सीने, गले और हाथ पर कई वार किए।

सीमा ने तोड़ दिया दम

सीमा पर वार करने के बाद उसे खून से सना देखकर चंद्रभूषण ने बाद में खुद पर भी चाकू से कई वार किए। सीने और हाथ पर चाकू के हमले से चंद्रभूषण भी जख्मी हो गया। गांव में खबर मिलते ही पब्लिक दोनों को अस्पताल लेकर भागी। इस दौरान सीमा ने रास्ते में दम तोड़ दिया जबकि चंद्रभूषण को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर अस्पताल पहुंचे एसपीआरए अमरेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि ये घटना प्रेम प्रपंच का नतीजा है। सीमा की शादी और कही तय होने से चंद्रभूषण ने इस घटना को अंजाम दिया है।

गुरुवार जाना था तिलक

सीमा के घर में खुशी का माहौल था। वजह थी बेटी की 29 जून को होने वाली शादी की तैयारियां। सीमा के पिता नखड़ू ने बेटी की शादी चंदवक जौनपुर में तय की थी और गुरुवार को बेटी का तिलक लेकर पिता को जौनपुर जाना था। लेकिन ये खुशी मातम में बदल गई। फिलहाल बेटी की मौत से पूरे घर में मातम सा माहौल है। पांच भाईयों की एकलौती बहन की मौत से भाईयों का रो-रो कर बुरा हाल है।