- दो दर्जन मोहल्लों में बिजली का वोल्टेज कम होने से नहीं चल पा रहे जलकल के ट्यूबवेल
- शाम को पानी मिलना होता है मुश्किल, ट्यूबवेल की मोटरें भी फुंक जा रही
VARANASI
शहर में वाटर सप्लाई का हाल वैसे भी खराब है। ऐसे में शहर के दो दर्जन से ज्यादा मोहल्लों में बिजली के लो वोल्टेज के चलते पेयजल आपूर्ति पर असर पड़ रहा है। इन मोहल्लों में शाम को पानी मिलना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। इसके अलावा लो वोल्टेज और हाई वोल्टेज से ट्यूबवेल की मोटरें भी फुंक जा रही है। इससे कई दिन तक पानी की आपूर्ति बाधित हो जाती है। विकल्प के तौर पर टैंकर से पानी की सप्लाई की जाती है।
प्रॉब्लम दूर हो मिले राहत
दरअसल, जलकल की लापरवाही की वजह से तमाम मोहल्लों गंदा पानी आने या फ्लो कम होने की शिकायतें कम नहीं हो रही हैं। कई जगहों पर पेयजल पाइपलाइन में सीवर का पानी भी चला जाता है। इन समस्याओं का जलकल अभी तक स्थायी समाधान नहीं कर सका। तब तक कई मोहल्लों में लो वोल्टेज की वजह से वाटर सप्लाई पर असर पड़ने लगा। प्रॉब्लम दूर करने को लेकर जलकल के अफसरों ने बिजली विभाग को लेटर लिखा है।
मोटर फुंकने से सप्लाई ठप
लो वोल्टेज और हाई वोल्टेज की वजह से बड़े और मिनी ट्यूबवेल्स की मोटरें अक्सर फुंक जा रही हैं। इससे सम्बंधित मोहल्लों में कई दिन तक आपूर्ति ठप रहती है। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर या तो उस पाइपलाइन को दूसरे ट्यूबवेल से जोड़कर आपूर्ति की जाती है। या फिर वाटर टैंकर सहारा बनते हैं। पिछले दो महीने में आधा दर्जन ट्यूबवेल की मोटरें फुंक चुकी हैं। जिससे दर्जन भर मोहल्ले पानी की समस्या से प्रभाि1वत हुए।
यहां आती है दिक्कत
- औरंगाबाद
- जलालीपुरा
- सादुल्लाहपुरा
- जैतपुरा
- मच्छोदरी
- कोनिया
- बजरडीहा
- बड़ी बाजार
- राजघाट
- तेलियानाला
एक नजर
- 311 एमएलडी डेली वाटर सप्लाई
- 148 बड़े ट्यूबवेल हैं सिटी में
- 121 मिनी ट्यूबवेल्स से आपूर्ति
- 23 ओवरहेड टैंक से भी सप्लाई
- 1500 किमी शहर में पाइपलाइन
- 400 से 440 वोल्ट तक चाहिए वोल्टेज
- 320 से 360 वोल्ट ही मिल रहा वोल्टेज
लो वोल्टेज और हाई वोल्टेज से ट्यूबवेल्स की मोटरें अक्सर फुंक जा रही हैं। इससे अक्सर वाटर सप्लाई में दिक्कत आती है। इसके लिए बिजली विभाग से प्रॉब्लम सॉल्व करने को कहा गया है।
रघुवेन्द्र कुमार, सचिव, जलकल