-वोटर्स को अपना बनाने के लिए कर रहे हर जुगत, गांवों में सुबह-शाम हो रही है सिर्फ सियासी चर्चाएं

-गांवों में विकास की बयार लाने का दंभ भर रहे हैं प्रधान पद के उम्मीदवार

CHANDAULI

घुरफेक्कन गुरु सुबह-सुबह गाय का चारा मल रहे थे कि तभी गांव के ठकुरान बस्ती के बरियार सिंह अपने एक समर्थक के संग पहुंच गये। सफेद कुर्ता पायजामा झारकर पहुंचे बरियार सिंह को देखते ही घुरफेक्कन गुरु को समझते देर नहीं लगी, वह तुरंत बोल पड़े, 'हमार वोट तोही के पड़ी। बरियार सिंह तुरंत घुरफेक्कन गुरु का पैर पकड़कर कहने लगे, चचा बस एक बार प्रधान बनाय दा, तोहरे दुआरे इंडिया मार्का हैंडपंप जरूर लगवाय देब.' घुरफेक्कन ने हां में हां मिलाते हुए एक बार फिर से आश्वस्त किया कि हमरे कुनबा क कुल वोट तोही के पड़ी। इसके बाद तो सीना तानकर बरियार सिंह दूसरे मुहल्ले में वोट मांगने के लिए कूच कर गये।

कुछ इसी तरह प्रधानी चुनाव का माहौल गांव में चल रहा है। अपने को बेहतर साबित करना, गांव में विकास की गंगा बहाने के दावे करना आदि तरह-तरह के वायदे करके वोट मांगा जा रहा है। नामांकन के बाद से तो सुबह-शाम गांव के चट्टी चौपाल पर चुनावी चर्चाएं तेज हो गई हैं।

घर से घाट तक प्रचार

नेताजी लोग सफेद कुर्ता-पायजामा झारकर सुबह-सुबह वोटर्स के घर पहुंच जा रहे हैं। एक नेताजी गये नहीं कि दूसरे नेताजी लंबे-लंबे वादों के साथ द्वार पर पधार रहे हैं। यह क्रम सुबह से लेकर देर रात तक चल रहा है। यहीं नहीं कल तक जो खुशी में भी शरीक होने में अपनी तौहीन समझते थे अब वहीं नेताजी घर से श्मशान घाट तक की दूरी भी तय कर रहे हैं। जबकि गांव में किसी के यहां मांगलिक कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, उसमें भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

गांव में हाईटेक प्रचार

ग्राम प्रधान चुनाव में किस्मत आजमाने वाले नेताजी लोग अब गंवई कत्तई नहीं, बल्कि हाईटेक हो गये हैं। अपने साथ लैपटॉप, टैबलेट सहित एंड्रॉयड मोबाइल लेकर चुनाव प्रचार में चल रहे हैं। उनकी फेसबुक पर आईडी भी बनी हुई है। नेताजी फेसबुक व व्हाट्सऐप पर भी एक्टिव हैं। वह अपने क्षेत्र भ्रमण की ताजा फोटो फेसबुक पर पोस्ट करके समर्थन मांग रहे हैं। बहुत से नेताजी सोशल साइट पर बने रहने के लिये किराये पर लड़के भी रख लिये हैं, जो उनका सोशल मीडिया का काम संभाले हुए हैं।

दावतों का दौर, चहुंओर

इन दिनों गांवों में महोत्सव जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। हर कैंडिडेट्स की ओर से गांव में मुर्गा-दारू की जबरदस्त दावत दी जा रही है। जबकि वेजिटेरियन लोगों को बाटी चोखा सहित खीर की पार्टी दी जा रही है। जिसके पास जितना वोट है उसके हिसाब से कैंडिडेट्स उन्हें रुपये बांट रहे हैं ताकि पार्टी में कोई कमी न रह जाये। नेताजी लोग की कोशिश बस यही है कि एक भी वोट इधर-उधर नहीं भागे।

पोस्टर बैनर से पट गया गांव

हर दल के संभावित कैंडीडेट अपनी दावेदारी को मजबूत दिखाने के लिये आधा दर्जन समर्थकों संग गांव में रात दिन एक किये हुए हैं। नेताजी के क्षेत्र में पहुंचते ही समर्थक उनके हैंडबिल, पैम्फलेट, स्टीकर आदि प्रचार की सामग्री वोटर्स को देकर अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं। मतदाता भी हां में हां मिला कर नेताजी को खुश किये हुए हैं। मौजूदा समय में हर गली, मुहल्ले में प्रधानी उम्मीदवारों का पोस्टर, बैनर लग चुका है।