वाराणसी (ब्यूरो)। काशी हिंदु विश्वविद्यालय की हवा में फिर गर्माहट देखने को मिली। दरअसल, भगवान श्री राम और मां सीता की तस्वीर के साथ छेडछाड़ पर बीएचयू में मंगलवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। स्टूडेंट्स विजुअल डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष ऑफिस में घुस गए। वहां दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। छात्रों का कहना था कि विवादित तस्वीर मामले में डॉ। अमरेश कुमार पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाए।
ये है मामला
बीएचयू के विजुअल डिपार्टमेंट में लगी प्रदर्शनी में एक तस्वीर में श्रीराम और सीता के चेहरे पर विभाग के एक सहायक प्रोफेसर और उनकी पत्नी का चेहरा चस्पा कर दिया गया है। चित्र को देखने के बाद किसी ने उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया।
बचाव में उतरे विभागाध्यक्ष
मंगलवार को विभाग पहुंचे छात्रों का कहना था कि प्राध्यापक को तत्काल बर्खास्त किया जाए। इस पर विभाग के अध्यक्ष प्रो। हीरालाल प्रजापति ने प्रोफेसर के बचाव में कहा कि श्रीराम हम सबके आराध्य हैं और हर माता-पिता अपने बेटे की कल्पना श्रीराम और बहु की कल्पना मां सीता के रूप में करते हैं। इस तस्वीर में अध्यापक ने यही बताने का प्रयास किया है।
पांच फरवरी से प्रदर्शनी
गौरतलब है कि यह प्रदर्शनी पांच फरवरी से लगी है। इसका शुभारंभ करने खुद कुलपति प्रो। सुधीर के जैन आए थे। इसके बावजूद प्रदर्शनी में विवादित तस्वीर लगी हुई थी।
सुरक्षा अधिकारी मिले
मामला तूल पकडऩे के बाद छात्र धरना पर बैठ गए। धरना पर बैठे छात्रों से मिलने सुरक्षा अधिकारी प्रो। बीसी कापरी पहुंचे तथा कार्रवाई का भरोसा देकर धरना खत्म कराया। धरने पर वैभव तिवारी, पतंजलि पांडेय, अधोक्षज पांडेय, उत्कर्ष द्विवेदी, दिनेश मिश्र, न्यूटन, आशीर्वाद, देवराज, अवनींद्र राय आदि बैठे थे.
लंका थाने पर दी तहरीर
छात्रों ने धार्मिक भावना आहत होने का जिक्र करते हुए लंका थाने पर प्रोफेसर के खिलाफ तहरीर दी। उनका कहना था कि ऐसे कृत्य से विश्वविद्यालय का माहौल खराब होता है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो कानून व्यवस्था पर संकट आ सकता है।
भगवान राम हिंदू आस्था के केंद्र हैं। उनके प्रति कोई भी दुर्भावना संपूर्ण हिंदू आस्था को क्षति पहुंचाती है। इसलिए वीसी के साथ भारत सरकार को इसका संज्ञान तत्काल प्रभाव से लेना चाहिए.
डॉ। अवनींद्र राय, छात्र नेता
राम भारत के प्राण हैं और उनके साथ कोई खिलवाड़ करेगा तो हिंदू विश्वविद्यालय और हिंदू जनमानस के लोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह हमारी संस्कृति के साथ खिलवाड़ है। विवि प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए.
अभिषेक सिंह, छात्र नेता
विश्वविद्यालय में श्रीराम के व्यक्तिव के साथ खिलवाड़ निंदनीय है। यह हिंदू धर्म का अपमान है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विवि प्रशासन कार्रवाई नहीं करता तो हिंदू समाज को विरोध दर्ज कराना चाहिए।
- मृत्युंजय तिवारी, शोध छात्र