दो फेज में होगा वर्क

मेन बिल्डिंग का रेनोवेशन दो फेज में होगा। इसके तहत इंटैक ने फस्र्ट फेज में टोटल 10 करोड़ 53 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया है। फस्र्ट फेज में मुख्य भवन की छत, फर्श, लकड़ी के धरन व दीवारों को दुरूस्त किया जाएगा। वहीं सेकेंड फेज में डेढ़ वर्ष में बचे हुए वर्क पूरे किए जाएंगे। इसमें आंतरिक साज-सज्जा के अलावा मुख्य भवन को म्यूजियम सेटअप देने का वर्क होगा। इस प्रकार 162 वर्ष पुराने ऐतिहासिक भवन को सजाने-संवारने पर टोटल 16 करोड़ 57 लाख रुपये खर्च किया जाएगा।

एसी ने लगायी मुहर

यूनिवर्सिटी की एक्जिक्यूटिव काउंसिल ने भी मेन बिल्डिंग को रेनोवेट करने पर मुहर लगा दी है। एसी ने इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर कल्चरल हेरिटेज (इंटैक) के प्रपोजल को शासन में भेजने का डिसीजन लिया है। वीसी प्रो। बीपी मिश्र की अध्यक्षता में पिछले दिनों एक्जिक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग हुई। इसमें ऐतिहासिक मुख्य भवन के जीर्णोद्धार के संबंध में इंटैक व कार्यदायी संस्था सीएनडीएस काप्रपोजल गवर्नमेंट को भेजने पर सहमति जतायी गयी।

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मेन बिल्डिंग केवल बनारस की धरोहर नहीं है बल्कि यूनिवर्सिटी की पहचान से भी जुड़ा है। इसलिए बिल्डिंग को उसी तरीके से रेनोवेट किया जाएगा ताकि सभी को उसका लाभ मिले।

प्रो। बीपी मिश्र

वाइस चांसलर

सब कुछ है अनूठा

-डेढ़ सौ साल से भी ज्यादा पुरानी है यूनिवर्सिटी की मेन बिल्डिंग।

-सन् 1851 में अंग्रेजों ने इसका निर्माण कराया था।

चुनार के स्पेशल तरीके से तराशे गए पत्थर और विदेशी लकडिय़ों से बना है।

-बिल्डिंग में विशेष प्रकार की खिड़कियां लगायी गयी हैं।

-यहां लगे शीशे भी राशियों और ग्रहों के हिसाब से हैं।

-यह बिल्डिंग ग्रिफिथ शैली का अनूठा भवन है।