वाराणसी (ब्यूरो)इलाहाबाद के बीएचयू में भी कई कोर्सेस और सेवाओं के शुल्क बढ़ा दिए गए हैैंफीस बढऩे की घोषणा होते ही यह खबर कैंपस में आग की तरह फैल गईदेखते ही देखते कई छात्र संगठन के कई धड़े विरोध में मोर्चा खोल दिए हैैंबीच में त्योहार आदि होने के चलते व्यापक तौर पर 15 अक्टूबर को सड़क पर उतरकर आंदोलन की रणनीति बनाई हैइधर, सोशल मीडिया पर स्टूडेंट फीस वृद्धि के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे हैैंस्टूडेंट्स ने बताया कि प्रशासन ने पीजी कोर्स, हॉस्टल, कोर्स और हॉस्टलों की फीस में मनमाने तरीके से 50 तक का इजाफा कर दिया हैइससे पूर्वांचल समेत यूपी, बिहार, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीशगढ़, पश्चिम बंगाल समेत राज्यों के गरीब छात्र उच्च शिक्षा से वंचित हो जाएंगे.

कैंपस में जनसंपर्क तेज

गौरतलब है कि फीस बढ़ाए जाने से छात्र-छात्राओं में भारी रोष हैछात्रनेता रोहित का कहना है कि बीएचयू को दूसरा इलाहाबाद विश्वविद्यालय नहीं बनने देंगेअगर फीस वृद्धि वापस नहीं हुई, तो बीएचयू वर्ष 2014 की तरह एक और क्रांति देखेगाबढ़ी हुई फीस की दर से गरीब छात्रों का भविष्य चौपट हो सकता हैइसलिए गत दो दिनों से कैंपस के संकाय, पुस्तकालय, वीटी, विभाग और ग्राउंड आदि में जाकर आंदोलन के लिए समर्थन जुटा रहे हैैं.

कई छात्र संगठन एकमत

छात्र संगठन के विनय शर्मा का कहना है कि मालवीय जी ने बीएचयू की स्थापना समाज के हर वर्ग के छात्र-छात्राओं के अध्ययन के लिए किया थालेकिन, इन दिनों बीएचयू की मूल आत्मा को रौंदा जा रहा हैइससे बड़ी तादात में छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित रह जाएंगेइसलिए 15 अक्टूबर से बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगाअखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भगत सिंह छात्र मोर्चा, आइसा और एनएययूआई समेत आम छात्र छात्राएं विरोध में उतर आए हैैं.

महामना की पावन भूमि का बाजारीकरण नहीं होने देंगेहॉस्टल और कोर्स के साथ ही सभी गेस्ट हाउस के चार्जेस में भी 50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई हैअब याचना नहीं रण होगाफीस वृद्धि वापस लेनी ही होगी.

अभय प्रताप सिंह, अध्यक्ष, एबीवीपी बीएचयू यूनिट

बीएचयू को हम लोग इलाहाबाद नहीं बनने देंगेबीएचयू को टारगेट कर यहां की उच्च और समावेशी शिक्षा पद्धित पर प्रहार किया जा रहा हैजो हम लोग होने नहीं देंगेस्टूडेंट्स का जबरदस्त सहयोग मिल रहा हैआंदोलन कर बढ़ी हुई फीस वापस लेना ही होगा.

राणा रोहित, अध्यक्ष, एनएसयूआई बीएचयू यूनिट