-परीक्षकों की लिस्ट अब तक नहीं हुई जारी, सेंटर निर्धारण के प्रकिया की रफ्तार भी धीमी

-पंचायत चुनाव में टीचर्स की लगाई जा रही है ड्यूटी, अधूरा कोर्स पूरा कराना बना मुसीबत

VARANASI

पंचायत चुनाव ने कई कार्यो को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट एग्जाम की डेट जहां फाइनल हो चुकी है वहीं अभी तक बोर्ड परीक्षकों की लिस्ट से लेकर केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया भी पूरी नहीं कर सका है। पंचायत चुनाव की देन है कि टीचर्स स्कूल में कम हेड क्वार्टर से लेकर ब्लॉकों का दौरा अधिक कर रहे हैं। ताकि किसी तरह चुनावी ड्यूटी से नाम कटे और स्कूल में स्टूडेंट्स का अधूरा कोर्स पूरा करा सके। टीचर्स में इस समय बस इसी बात की चर्चा है कि सर पर एग्जाम और मतदान के लिए स्कूलों का अधिग्रहण होने के कारण छात्रों का कोर्स कैसे पूरा हो सकेगा?

दिसंबर में होता है रिवीजन

प्रधानी चुनाव में माध्यमिक विद्यालयों के टीचर्स व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। प्रधानी का चुनाव 28 नवंबर से शुरू होकर नौ दिसंबर तक चलेगा। जबकि 12 दिसंबर को हर ब्लॉक पर काउंटिंग होगी। ऐसे में एक पखवारे तक चुनाव से लेकर काउंटिंग में टीचर्स के व्यस्त होने के चलते छात्रों के अधूरा कोर्स को पूरा करा पाना पॉसिबल नहीं होगा। जबकि दिसंबर माह में छात्र-छात्राओं को कोर्स का रिवीजन कराया जाता है।

DM से जताया था एतराज

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने टीचर्स की ड्यूटी निर्वाचन में लगाए जाने पर कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि बोर्ड एग्जाम के मद्देनजर कोर्ट ने भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने पर एतराज जताया है। चार नवंबर को डीएम से और क्क् नवंबर को सीडीओ से मिलकर उन्हें लेटर भी दिया गया था कि टीचर्स की ड्यूटी निर्वाचन में नहीं लगाई जाए।

परीक्षकों की लिस्ट जल्द जारी होगी। जिन स्कूल्स में कोर्स अधूरा है उसे पूरा कराने के लिए टीचर्स सहित प्रिंसिपल को भी निर्देशित किया गया है।

अवध किशोर सिंह

डीआईओएस