वाराणसी (ब्यूरो)नेशनल हाईवे से वाराणसी शहर में प्रवेश के रास्तों को प्रदेश सरकार सुगम व आकर्षक बना रही हैबनारस में प्रवेश करते ही विक्टोरिया लाइट मेहमानों का स्वागत करेंगीहाईवे से शहर को जोडऩे वाली संकरी सड़कें अब सिक्स और फोर लेन में तब्दील हो रही हैंइससे ट्रैफिक जाम की समस्या सुलझाने में मदद मिलेगीसड़क को सुरक्षित रखने के लिए ड्रेन एवं विद्युत तार को अंडरग्राउंड करने के लिए डक्ट का निर्माण कराया जा रहा हैरास्तों में हरियाली भी की जाएगीइस वर्ष के अंत और 2024 के शुरू होते ही शहर को चारों दिशा से जोडऩे वाली पर सड़कों पर गाडिय़ां बिना किसी बाधा के दौडऩे लगेंगी.

काशी ने वैश्विक पटल पर बनाई पहचान

वैश्विक पटल पर काशी ने अपनी नई पहचान बनाई हैविरासत के साथ विकास की नई इबारत लिखने वाला वाराणसी पर्यटकों को और आकर्षित करने लगा हैपूरे साल करोड़ों पर्यटकों की आमद, बढ़ते व्यवसाय और उद्योग के चलते पर्यटकों का आगमन बढ़ता जा रहा हैलोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केके सिंह ने बताया कि मोहनसराय से एंट्री करते ही 6 लेन और आजमगढ़, गाजीपुर, मिर्जापुर से एंट्री करते ही फोरलेन मिलेगासड़कों के डिवाइडर पर 30-30 मीटर की दूरी पर विक्टोरिया लाइट और हरियाली के लिए पौधे लगाए जाएंगेलगभग 2.4 -2.4 मीटर चौड़ा फुटपाथ होगा, जिस पर हर 25-25 मीटर पर लाइटें लगी होंगीफुटपाथ के नीचे ड्रेन और दूसरी यूटिलिटी डक्ट तार आदि के लिए होगा

बनारस में प्रवेश करने वाली प्रमुख निर्माणाधीन सड़कें

-मोहनसराय से कैंट रोड 6 लेन, 11.18 किलोमीटर

-संदहा से कचहरी रोड वाया आशापुर 4 लेन, 9.32 किलोमीटर

-काली माता मंदिर से वाराणसी आजमगढ़ 4 लेन व पांडेयपुर से रिंग रोड दो लेन, 6.50 किलोमीटर

-पड़ाव से टेंगरा-रामनगर मोड़ 4 लेन, 6.852 किलोमीटर

बनारस में मोहनसराय, संदहा, पांडेयपुर और पड़ाव से एंट्री होती है, जिसमें सिक्स लेन, फोर लेन या रिंगरोड शामिल हैइन रास्तों से शहर में पर्यटकों को प्रवेश करने में सुगमता हो रही हैआगे और भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

केके सिंह, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग

किसी देश के विकास में वहां के परिवहन की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैइन सड़कों के निर्माण से लखनऊ, जौनपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़, गोरखपुर, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और नेपाल तक से आने-जाने वाले वाहन बिना जाम और रुकावट के शहर में प्रवेश कर पाएंगे.

जयंत जायसवाल, टू प्लानर