सैनिकों के सम्मान में हरीश रावत सरकार ने किए कई अहम फैसले।

-चीड़बाग में वार मेमोरियल के लिए सरकार देगी दो करोड़ का बजट, पिथौरागढ़ को मिलेंगे एक करोड़ रुपये।

-टीपीएस रावत की अध्यक्षता में बनेगी पांच सदस्यीय टास्क फोर्स, करेगी सेवारत सैनिकों के परिजनों की शिकायतें दूर।

DEHRADUN: आतंकी कैंपों पर सेना की कार्रवाई के बाद बने देशभक्ति के माहौल में हरीश रावत सरकार भी शुक्रवार को पूरी तरह से रंगी नजर आई। कैबिनेट की विशेष बैठक में बाकायदा सीएम और मंत्रियों ने खडे़ होकर सेना के शौर्य को सैल्यूट किया। इस मौके पर संकल्प लिया कि देशहित में केंद्र सरकार और सेना के हर कदम के साथ राज्य सरकार खड़ी दिखेगी। सैनिकों के सम्मान में कई निर्णय लिए गए। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल टीपीएस रावत की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। यह टास्क फोर्स सेवारत सैनिकों और अ‌र्द्धसैनिक बलों के जवानों के परिजनों की शिकायतों को दूर करेगी। इसके अलावा, देहरादून और पिथौरागढ़ के वॉर मेमोरियल के लिए तीन करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी। इसमें दो करोड़ देहरादून चीड़बाग में बनने वाले वॉर मेमोरियल पर खर्च होंगे।

गढ़वाली के नाम पर गैरसैंण विधान भवन

पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नाम पर गैरसैंण विधान भवन का नामकरण किया जाएगा। कैबिनेट ने सर्वसम्मति से ये प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद सीएम हरीश रावत ने आज विधानसभा जाकर स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल को कैबिनेट की भावना से अवगत कराया। स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने कैबिनेट की भावना का सम्मान करने की बात कही है। इसके बाद तय हो गया है कि गैरसैंण विधान भवन अब गढ़वाली के नाम पर ही होगा। गढ़वाली के पैतृक गांव मासौ-थलीसैंण के इंटर कॉलेज का नामकरण भी गढ़वाली के नाम पर करने का निर्णय लिया गया है।

रक्षा मंत्री के प्रोग्राम का काउंटर!

-रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर का शनिवार को पीठसैंण में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने की सूचना है। बीजेपी इस कार्यक्रम का सियासी लाभ लेने की पूरी कोशिश में है। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि गढ़वाली के नाम पर कई ऐलान करके सीएम हरीश रावत ने एक दिन पहले ही काउंटर मार दिया है।

दो महीने के लिए मिला टीपीएस को काम

कांग्रेस में हाशिये पर चल रहे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल टीपीएस रावत को दो महीने के लिए काम मिल गया है। पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री और सांसद रहे रावत कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने रक्षा मोर्चा बनाया था। बाद में वह कांग्रेस में लौट आए थे। कांग्रेस में वह फिलहाल उपेक्षित चल रहे थे, अब हरीश रावत सरकार ने उन्हें टास्क फोर्स का अध्यक्ष बना दिया है। सवाल ये ही है कि चुनाव आचार संहिता से पहले ये टास्क फोस कितना काम कर पाएगी।