रांची (ब्यूरो)। शहर को जाम फ्री करने के उद्देश्य से दो साल पहले अपर बाजार में वन-वे सिस्टम शुरू किया गया था। कुछ महीने तक इसे फ ॉलो भी किया गया, लेकिन कुछ ही समय बाद यह भी धाराशायी हो गया। वर्तमान में स्थिति ऐसी है कि जिस लेन को वन वे किया गया था वहां बगैर किसी रोक के गाडिय़ों का मूवमेंट शुरू हो चुका है। जबकि वन वे प्वाइंट पर पुलिस की तैनाती रहती है। लेकिन पुलिस भी यहां मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रहती है। लालजी-हीरजी रोड, विष्णु टॉकीज लेन, एसएन गांगुली लेन, महावीर चौक, कार्टसराय समेत अन्य गलियों में वन-वे सिस्टम लागू किया गया था, लेकिन कहीं नियमों का पालन नहीं किया जा रहा।

बेसमेंट में दुकान, रोड पर पार्किंग

राजधानी के बिजनेस हब अपर बाजार में रोज के जाम से आम आदमी से लेकर व्यवसायी तक सभी परेशान हैं। यहां जाम की सबसे बड़ी वजह सड़क के दोनों ओर गाडिय़ों की होने वाली पार्किंग हैं। अपर बाजार की रंगरेज गली हो या मैकी रोड या जेजे रोड सभी में यही स्थिति है। इन सड़कों की चौड़ाई ज्यादा नहीं है। लेकिन सड़क पर ही गाड़ी लगने से जाम में बेतहाशा वृद्धि हो जाती है। वहीं ठेला, रिक्शा, ऑटो के बेतरतीब ढंग से चलने की वजह से भी जाम लग रहा है। अपर बाजार के दुकानदारों ने बेसमेंट में ही दुकानें खोल रखी हैं। जबकि नियमानुसार बेसमेंट में पार्किंग होनी चाहिए। लेकिन ज्यादा पैसे कमाने के लालच में भवन मालिकों ने बेसमेंट को भी रेंट पर दे रखा है। वहीं दुकान में काम करने वाले सभी कर्मचारी अपनी गाडिय़ों को रोड पर ही खड़ी करते हैं, जिससे जाम बढ़ रहा है।

पैदल चलना भी मुश्किल

इस एरिया में फिर एक बार जाम की समस्या होने लगी है। राजधानी के सबसे बड़े मार्केट अपर बाजार में जाम से हर दिन परेशान रहते हैं लोग, गाडिय़ों से निकलता धुआं और गाडिय़ों की आवाज से इस रास्ते में पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक इस इलाके में गाडिय़ां सरकती रहती हैं। नतीजन, पैदल आने-जाने वाले लोगों को भी परेशानी होती है। कई बार यहां आपस में ही तू-तू, मैं-मैं की भी स्थिति अपर बाजार से जुड़ी गलियों में उत्पन्न हो जाती है। रंगरेज गली हो या सोनार पट्टी, सूरज बाबू स्ट्रीट, जेजे रोड हो या श्रद्धानंद रोड सभी गलियों में गाडिय़ों की लाइन लगी रहती है।

सर्वे के बाद भी नतीजा नहीं

अपर बाजार में जाम की समस्या और संकीर्ण रास्तों को देखते हुए नगर निगम की ओर से इस इलाके में सर्वे कराया गया था। अपर बाजार में 314 भवन मालिकों को नक्शा नहीं होने पर नोटिस भी दिया गया था। कोई हल नहीं निकला, सर्वे रिपोर्ट और नोटिस सभी ठंडे बस्ते में चले गए। नगर निगम की ओर से भवन मालिकों पर कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही गई, लेकिन निगम वह भी भूल चुका है।

नहीं मान रहे लोग

महावीर चौक को भी वन वे किया गया है। वहां पर तैनात पुलिस कर्मी राकेश कुमार ने बताया कि हमलोगों को आदेश है कि किसी भी हाल में बड़े वाहन को नो एंट्री में प्रवेश नहीं देना है। अपर बाजार में महावीर चौक से शहीद चौक के रास्ते को वन वे किया गया था। लेकिन लोग इसे मान नहीं रहे हैं। अपर बाजार की कई प्रमुख सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है ताकि नो एंट्री में गाड़ी प्रवेश न कर सके, जैन मंदिर से आगे रोड को वन वे किया गया है, कार्ट सराय रोड की ओर जाने वाले रास्ते में बैरिकेडिंग कर दी गई है, बकरी बाजार से शहीद चौक की ओर आने वाले रास्ते में भी बैरेकेडिंग की गई है, कांग्रेस भवन, अपर बाजार के एंट्रेंस शहीद चौक में भी बैरेकेडिंग की गई है।