साइबर जासूसी के अपनी तरह के पहले मामले में अमरीका ने चीन के पांच सैन्य अधिकारियों पर हैकिंग का आरोप लगाया है. प्रतिस्पर्धा में लाभ पाने के उद्देश्य से की गई हैकिंग का ये मामला निजी क्षेत्र की अमरीकी कंपनियों से जुड़ा हुआ है.


एटार्नी जनरल एरिक होल्डर ने कथित धोखाधड़ी के इस मामले को महत्वपूर्ण बताते हुए सरकार की ओर से गंभीर कार्रवाई की मांग की है.अमरीका में अभियोग पक्ष के वकील ने चीन के सैन्य अधिकारियों पर अमरीका की पांच निजी कंपनियों और एक श्रम संगठन से आंतरिक दस्तावेजों और कारोबारी क्लिक करें राज चुराने का आरोप लगाया है.चीन ने अमरीका का इन आरोपों का खंडन किया और चेताया है कि इससे चीन और अमरीका के रिश्ते तल्ख़ हो सकते हैं.पहला मामलाचीनी नागरिकों पर लगे हैकिंग के आरोप के बारे में सोमवार को वाशिंगटन में एटार्नी जनरल एरिक होल्डर ने कहा कि अमरीकी व्यावसायिक ठिकानों में घुसपैठ के लिए परिचित देशों की ओर से की जाने वाली हैकिंग का ये पहला मामला है.


इधर न्याय विभाग के राष्ट्रीय क्लिक करें सुरक्षा विभाग प्रमुख, जॉन कर्लिन बताते हैं, "ऐसा पहली बार हुआ है कि अमरीकी कंपनियों से जानकारियां चुराने के लिए इस्तेमाल किए गए की-बोर्ड के पीछे छिपे नाम और चेहरे को सार्वजनिक किया गया है."

कार्लिन ने आगे बताया, "जिस वक्त हमारी कंपनी के लोग वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए कुछ नया ईजाद करने, विकसित करने और रणनीति बनाने में सिर खपा रहे थे, 61398 यूनिट में काम करने वाले ये लोग अपने फायदे के लिए हमारी मेहनत चुरा रहे थे."कार्लिन ने कहा, "पहले जब हमने चीन की सरकार से इस मसले पर चिंता जताई तो उन्होंने सार्वजनिक रूप से हमें चुनौती देते हुए हैकिंग का सबूत देने को कहा था, जो अदालत में काम आ सके. लेकिन आज, वो सबूत हमारे पास है."मार्च में रक्षा सचिव चुक हेगल ने कहा था कि पेंटागन इंटरनेट से जुड़े इन हमलों से निपटने के लिए अगले कुछ सालों के भीतर अपनी साइबर सुरक्षा क्षमता को तिगुने से भी ज्यादा ताकतवर करने की योजना बना रही है.अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने साइबर हमले को अमरीका की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए असली ख़तरा बताया है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh