एसोचैम द्वारा कराए गए एक सर्वे में आंध्रप्रदेश डोमेस्टिक टूरिस्‍टों का ध्‍यान आ‍कर्षित करने में सबसे आगे रहा है. गौरतलब है कि देशभर के डोमेस्टिक टूरिस्‍टों में 20 परसेंट टूरिस्‍ट अविभाजित आंध्रप्रदेश में घूमने आए.

एसोचैम ने किया सर्वे
उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा भारतीय पर्यटन उद्योग पर की गई स्टडी में यह बात सामने आई है कि डोमेस्टिक टूरिस्टों को अट्रैक्ट करने के मामले में आंध्रप्रदेश ने अन्य राज्यों से बाजी मारी है. वर्ष 2012 में घरेलू पर्यटकों के लिए अविभाजित आंध्रप्रदेश सबसे ज्यादा पंसदीदा राज्य रहा.

20 परसेंट टूरिस्ट गए आंध्रप्रदेश

इस सर्वे के मुताबिक वर्ष 2012 में 103 करोड़ घरेलु टूरिस्टों में से लगभग 20 परसेंट टूरिस्टों ने आंध्रप्रदेश में घूमना पसंद किया. एसोचैम के सर्वे ‘भारतीय पर्यटन उद्योग: आगे की राह’ के अनुसार आंध्रप्रदेश के टूरिज्म उद्योग ने साल दर साल 85 परसेंट की वृद्धि दर्ज की है. गौरतलब है कि वर्ष 2006 में आंध्रप्रदेश आने वाले टूरिस्टों की संख्या 11 करोड़ थी जो 2012 में बढ़कर 20 करोड़ के आसपास पहुंच गई है.
विदेशी पर्यटकों के मामले में रहा पीछे
जहां एक तरफ देशी पर्यटकों के मामले में अविभाजित आंध्रप्रदेश ने बाजी मारी वहीं विदेशी पर्यटकों के मामले में यह राज्य पिछड़ गया है. अगर विदेशी टूरिस्टों को आकर्षित करने वाले राज्यों को नंबर एक से दस तक लिस्ट किया जाए तो आंध्रप्रदेश उन टॉप 10 राज्यों में भी शामिल नही हुआ है. वर्ष 2012 में आंध्रप्रदेश आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या बस 2.9 लाख रही.
आंध्रप्रदेश में हैं अमेजिंग टूरिस्ट स्पॉट्स
अगर बात करें आंध्रप्रदेश के टूरिस्ट प्लेसेज की तो आप समझ जाएंगे कि लोग आंध्रप्रदेश आना क्यों पसंद करते हैं. आंध्रा में दुनियाभर में फेमस चारमीनार से लेकर गोलकुंडा फोर्ट और सालारजंग म्यूजियम है. इसके अलावा टूरिस्ट नेहरू जिओलोजिकल पार्क, हुसैनसागर लेक, निजाम का सिल्वर जुब्ली म्यूजियम, चिल्कर बालाजी मंदिर और ओसमान सागर झील जाना पसंद करते हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra