शोणितपुर इलाके में बोडो आतंकवादियों के खिलाफ सेना ने कमान संभाल ली है. आतंकियों की खोज में सेना ने असम राइफल और अर्धसैनिक बलों के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. वहीं आज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग को असम हिंसा में बातचीत हेतु बुलाया है. इसके पहले राजनाथ सिंह ने असम के सीएम तरूण गोगोई से भी इस मामले पर बातचीत की है.


चुन चुन कर मारे जांएगे उग्रवादीकल केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने असम का दौरा कर बोडो उग्रवादियों को आतंकवादी बताया और उन पर समयबद्ध तरीके से कड़ी कार्रवाई की मांग की. केंद्रीय गृह मंत्री ने असम के मुख्यमंत्री से बात कर आदिवासियों पर इस बर्बर हमले की जांच एनआईए के सुपुर्द कर दी है. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि उग्रवादियों के साथ किसी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी. उग्रवादियों को चुन-चुनकर मारा जाएगा. इसके बाद इन उग्रवादियों की खोज में सेना के हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि केंद्र की 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत इस आतंकी वारदात के लिए एनडीएफबी-एस के खिलाफ सख्त कदम उठाये जायेंगे.इन घटनाओं से सख्ती से निपटना जरूरी
इस बीच बोडो आतंकियों द्वारा किए गए हमले और इसके बदले में आदिवासियों द्वारा भी हिंसा की गई हैं. अब तक मरने वालों की संख्या 83 हो गई है. कल सुबह हिंसा की ताजा घटनाओं में कोकराझाड़ जिले के गोसाईगांव में आदिवासियों द्वारा बोडो लोगों के बहुत से घरों में आग लगा दी गई. जबकि जिले में अनिश्िचतकालीन कर्फू लगा हुआ है. चारों ओर सुरक्षा कर्मी तैनात हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी असम में आतंकियों द्वारा किए गए हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की आतंकी और हिंसा की घटनाओं से सख्ती से निपटा जाना चाहिए. गौरतलब है कि मंगलवार को हुए नरसंहार का बदला लेने के लिए आदिवासियों ने इस घटना को अंजाम दिया.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh