आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को लोस चुनाव में मिला हार से काफी कुछ सबक मिल गया है. दिल्‍ली में 49 दिनों की सत्‍ता चलाकर इस्‍तीफा देने के बाद केजारीवाल को अपनी गलती का एहसास हो गया. अब उन्‍होंने सिर्फ दिल्‍ली में फोकस किया है.


दिल्ली में ही होगी राजनीतिअरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव ने काफी कुछ सीखा दिया है. इस चुनाव में मिली करारी शिकस्त से उन पर काफ असर पड़ा है. आप ने देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में से सिर्फ दिल्ली को चुना है तथा अन्य 4 राज्यों से दूरी बना ली है. केजरीवाल अब सिर्फ दिल्ली की राजनीति पर ही फोकस करना चाहते हैं. ऐसे में केजरीवाल ने स्पष्ट कर दिया कि सीमित संसाधनों के कारण उनकी पार्टी हरियाणा, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. हालांकि आप 21 अगस्त को पंजाब में 2 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में हिस्सा लेगी.कार्यकारिणी बैठक में फैसला
केजरीवाल ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कहा कि आप पार्टी अबकी बार सिर्फ दिल्ली विधानसभा पर ही चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा अन्य 4 राज्यों में संसाधनों की कमी के चलते हमने चुनाव न लड़ने का डिसीजन लिया है. केजरीवाल ने कहा कि पार्टी का पूरा ध्यान दिल्ली विस चुनाव पर रहेगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी दिल्ली विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग बीजेपी के दबाव में आकर दिल्ली में चुनावों की घोषणा नहीं कर रहे हैं.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari