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11 हजार लोगों ने दिया स्वच्छता ऐप पर फीडबैक

15 दिन में लिए फीडबैक से पता चला पब्लिक का रुझान

13 लाख से ज्यादा है शहर की आबादी

तीन साल की रैंक

वर्ष रैंक

2017 298

2018 325

2019 198

- जनवरी मंथ के एंड में निरीक्षण करने आएगी स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम

- फीडबैक देने में बरेलियंस नहीं ले रहे रुचि, अधिकारी बेहाल

बरेली : स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में बरेली की रैंकिंग गिर सकती है। दरअसल, इस ओर पब्लिक का रुझान कम दिख रहा है। नगर निगम की ओर से स्वच्छता के लिए अवेयरनेस कैंपेन चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों के मोबाइल पर स्वच्छता एप इंस्टॉल किया जा रहा है ताकि पब्लिक अपना फीडबैक दे सके। अब तक जो रुझान सामने आए हैं उसमे सिर्फ 11 हजार लोगों ने ही स्वच्छता को लेकर अपना फीडबैक दर्ज कराया है, जबकि शहर की आबादी करीब 13 लाख है। इस हिसाब से देखें तो एक परसेंट से भी कम लोग इंट्रेस्ट ले रहे हैं।

दिल्ली से आनी है टीम

स्वच्छता के निरीक्षण के लिए कभी भी दिल्ली से टीम शहर आ सकती है। छह हजार अंकों की परीक्षा में नगर निगम का खरा उतरेगा या नहीं, टीम की रिपोर्ट में पता चलेगा। फिलहाल, वर्तमान समय की जो स्थिति है, वह काफी निराशाजनक है। कूड़ा इधर-उधर फैला हुआ है। थोड़ी बहुत साफ सफाई जो हुई भी थी, उसे बारिश ने धो डाला।

ऐसा है बरेलियंस का योगदान

चार जनवरी से स्वच्छ सर्वेक्षण का आगाज होने के बाद लोगों को नगर निगम के स्वच्छता एप पर अपना फीडबैक देना था। अब सर्वेक्षण का फाइनल राउंड शुरू हो चुका है, जो कि 31 जनवरी तक चलेगा। फीडबैक में स्वच्छता एप के जरिए आठ सवाल पूछे जा रहे हैं। इसमें यूजर से सफाई, स्वच्छता, कूड़ा कलेक्शन, ओडीएफ को लेकर राय और नंबर देने को कहा जा रहा है। 15 दिन में सिर्फ 11 हजार लोगों ने ही अपनी प्रतिक्रिया दी है।

छह हजार अंकों की है परीक्षा

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 इस बार छह हजार अंकों का होगा। इसे चार भाग में बांटा गया है। नगर निगम को हर भाग को उत्तीर्ण करना होगा। पहले भाग में प्रत्यक्ष सर्वेक्षण होगा, जिसमें दिल्ली की टीम आकर व्यवस्थाएं चेक करेगी। दूसरा भाग सर्टिफिकेशन का होगा, जिसमें निगम ओडीएफ प्लस, कूड़ा मुक्त शहर के थ्री स्टार, सेप्टिक टैंक की सफाई का स्तर होगा। तीसरा भाग सेवा स्तर पर प्रगति का होगा, जिसमें शौचालय निर्माण, कूड़ा निस्तारण, कूड़ा उठाने समेत अन्य बिंदुओं पर अंक मिलेंगे। चौथे भाग में नागरिक अभिपुष्टि दी जाएगी। इसमें लोगों का फीडबैक फोन पर लिया जाएगा। हर भाग दो हजार अंकों का होगा। सभी में अलग-अलग पास होना पड़ेगा।

यह हैं तैयारियां

नगर निगम के अफसरों ने सभी स्कूल-कॉलेजों, सरकारी व गैर सरकारी संगठनों, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, होटल व्यवसायियों, कारोबारियों, व्यापारियों से स्वच्छ सर्वेक्षण में सहयोग मांगा है। स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने, सही प्रतिक्रिया देने आदि के बारे में जागरूक करने की अपील भी की है।

चार जनवरी से स्वच्छ सर्वेक्षण का आगाज हो गया है। इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 6000 अंकों की कसौटी पर खरा उतरने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

- संजीव प्रधान, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी।

Posted By: Inextlive