दिल्ली में बिजली संकट को लेकर हंगामा
जिसके कारण सभी पार्टियां बिजली संकट को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं. इस कड़ी में एक और दल शामिल हो गये हैं जिन्होनें दिल्ली के लोगों से कई वादे किए थे. यानि आम आदमी पार्टी का भी नाम इस बिजली संकट को लेकर जुड़ गया है. आप विधायकों का प्रदर्शनपार्टी नेता मनीष सिसोदिया दिल्ली में हो रही बिजली कटौती के खिलाफ भाजपा नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मिलने उनके घर पहुंचे. आप के विधायकों ने उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार से बिजली सप्लाई सुधारने और हो रही बिजली कटौती को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की.डॉ. हर्षवर्धन को ज्ञापन सौंपा
आप नेता मनीष सिसोदिया पार्टी के करीब 20 विधायकों के साथ सुबह करीब साढ़े आठ बजे दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के घर पहुंचे. हालांकि आप विधायकों के घर पर पहुंचने से पहले ही हर्षवर्धन निकल चुके थे, जिसकी वजह से आप विधायकों से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी. आप विधायकों ने हर्षवर्धन के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए उनके पर्सनल स्टाफ को एक ज्ञापन सौंप कर बिजली आपूर्ति सुधारने की मांग की.
विरोध प्रदर्शन के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली केंद्र शासन के अधीन है इसलिए जनता को आम सुविधाओं के साथ-साथ पर्याप्त शासन व्यवस्था उपलब्ध करवाना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है.सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में बिजली आपूर्ति की समस्या को हल करना केंद्र में सत्तासीन दल की जिम्मेदारी है. इसलिए हम यहां आए हैं और इनसे इस तरह की समस्या को हल करने को कह रहे है.बीजेपी का करारा जवाबवहीं, हर्षवर्धन ने भी आप की इस मांग पर करारा जवाब दिया है.उन्होंने कहा कि जब वो 49 दिनों की सरकार में थे, तो उन्होंने क्या किया. उन्होंने कहा कि 15 साल तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के बाद 49 दिन में आम आदमी पार्टी ने क्या किया. हर्षवर्धन ने कहा कि आप के नेताओं के पास धरना-प्रदर्शन के अलावा कोई काम नहीं है.