आजकल ज्यादातर लोग सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जरूरत से ज्यादा एक्टिव रहते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके वर्चुअल फ्रेंड्स असल जिंदगी में आपको सुकून नहीं दे पाते. एक रिसर्च स्टडी का कहना है कि फेसबुक से एडिक्टेड लोग अल्टीमेटली डिप्रेशन और अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं.

खुश नहीं रहते फेसबुक एडिक्ट्स
एक साइंस जर्नल 'Computers in Human Behavior' में पब्लिश एक रिपोर्ट्स के मुताबिक आप जितना ज्यादा फेसबुक पर एक्टिव रहते हैं, रियल लाइफ में आपके नाखुश रहने की संभावना उतनी ही ज्यादा बढ़ जाती है. यह रिपोर्ट ऑस्ट्रिया के दो साइकॉलॉजिस्ट्स की रिपोर्ट पर बेस्ड है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग फेसबुक पर ज्यादा टाइम स्पेंड करते हैं, उनकी साइकॉलॉजिकल नीड्स अधूरी रह जाती हैं. जिसका नतीजा होता है फ्रस्ट्रेशन और अकेलापन.

फेसबुक के बजाय लोगों से मिलिए

इसकी वजह शायद यह भी है कि हम उन लोगों से कांटैक्ट करने के लिए फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं, जो हमसे दूर होते हैं. नतीजन हम खुद को अकेला पाते हैं. इसलिए अगर आप फेसबुक पर अपना ज्यादातर टाइम स्पेंड करते हैं तो बेहतर होगा कि आप बाहर जाएं और लोगों से मिलें.

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Posted By: Shweta Mishra