गुवाहाटी में 49th ऑल इंडिया डीजीपीज और आईजीपीज कांफ्रेंस को एड्रेस करते हुए होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ यंगस्टर्स को मिसगाइड करके टैरेरिस्ट ग्रुप अपने साथ शामिल कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ आईएसआईएस के लिए लड़ने इराक गए आरिफ माजिद का कहना है कि वो अल्लाह का काम करने के लिए वहां गया था.


मिस गाइड हो गए हैं यंगस्टर


सेंट्रल होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने गुवाहाटी में 49th ऑल इंडिया डीजीपीज और आईजीपीज कांफ्रेंस में ये एक्सेप्ट किया कि कंट्री के कुछ यंगस्टर्स को मिसगाइड किया जा रहा है और वे आईएस जैसी टैरेरिस्ट ऑग्रेनाइजेशनंस से जुड़ रहे हैं. पहले सेटरडे मार्निंग गुवाहाटी पहुंचने पर राजनाथ सिंह को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया. यह कांफ्रेंस दो दिनों तक चलेगी. संडे को प्राइम मिनिस्टर भी कांफ्रेस अटैंड करेंगे. होम मिनिस्टर ने कहा कि ऐसे यंगस्टर को आइडेंटीफाई करना होगा उन्होंने पुलिस ऑफीसर्स को अल कायदा के डेंजर से अलर्ट रहने को कहा. इस दौरान होम मिनिस्टर ने दिल्ली में 50 करोड़ की लागत वाले नेशनल पुलिस मेमोरियल को बनाने का भी अनाउंसमेंट किया.  नॉर्थ ईस्ट में डेवलपमेंट की बात भी उन्होंने की और कहा उसमें तेजी लायी जाएगी. पाकिस्तान के इंटेशंसन को प्वाइंट आउट करते हुए उन्होंने एश्योर किया कि सेंट्रल इंवेस्टिगेशन ऐजेंसीस में वेकेंट पोस्ट जल्दी ही फिल कर दी जायेंगी. साइबर स्पेस पर भी होम मिनिस्टर ने अपना कंसंर्न शो किया और इसे हैंडल करना एक बड़ा चैलेंज बताया क्योंकी इसका मिसयूज हो सकता है. उन्होने हाई वेज पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की भी बात कही. अल्लाह के काम पर गया था आरिफ माजिद

इस बीच पता चला है कि मुंबई से पकड़े टैरेरिस्ट ग्रुप आईएसआईएस के लिए लड़ने इराक गए आरिफ माजिद से नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने इंक्वॉयरी स्टार्ट कर दी है और उसे कुछ इंर्पोटेंट इंफार्मेशन मिली है. सबसे बड़ी बात है कि इस शख्स ने इन्वेस्टिगेशन के दौरान कहा कि वो ''अल्लाह के काम पर गया था'' यानि अपने टैरेरिज्म से जुड़ने पर उसे कोई रिग्रेट नहीं है. NIA ने कहा कि उसका पूरी तरह से ब्रेनवॉश किया जा चुका है और उसे आईएसआईएस के लिए लड़ने पर कोई अफसोस नहीं है.  

आरिफ के स्टेटमेंट पर बिलीव करें तो ये बात गलत प्रूव हो जाती है कि वो आईएसआईएस से परेशान हो कर वहां से भाग आया है. एक्च्युली वो इंजर्ड था और ट्रीटमेंट के लिए आया था.  आरिफ के साथ कल्याण के अमन टंडेल, फहाद शेख और शाहीन टंकी भी मई में इराक गए थे. इराक पहुंचकर चारों ने अपनी फेमिली वालों को फोन करके बताया कि उन्होंने इस्लामिक स्टेट के लिए हथियार उठा लिए हैं. इसी अगस्त में आरिफ की डेथ की न्यू्ज के बाद लास्ट वीक उसके जिंदा होने की खबर ने सबको हैरान कर दिया था. अगर इसके बाद मिल रही न्यूज पर बिलीव करें तो फहाद शेख, अमन टंडेल, शाहीन टंकी अब भी इराक-सीरिया में ISIS के लिए लड़ रहे हैं.  आरिफ को तुर्की से डिपोर्ट करके लाया गया है. उसके फादर एजाज माजिद के बताया था कि इराक में लड़ाई के दौरान आरिफ तुर्की भागा था और वहीं से उसने घर पर 20 नवंबर को कांटेक्ट किया. जिसकी जानकारी माजिद ने होम मिनिस्ट्री को दी दौर होम मिनिस्ट्री की हेल्प से वो इंडिया लाया गया.  आरिफ को सेटर डे को एनआईए कोर्ट में पेश किया जाएगा. एजेंसिस को डाउट है की वो आईएसआईएस के वायलेंट मूवमेंट का पार्ट था इसलिए एनआईए उसके अगेंस्ट एफआईआर रजिस्टार कर सकती है. इसके बाद उस पर अनलॉफुल एक्टिविटी के अंडर एक्शन हो सकता है.

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Posted By: Molly Seth