Indian cinema का पहला kiss scene
The first Indian ‘heroine’
अपनी पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र में लीड एक्ट्रेस के रोल के लिए दादा साहब फाल्के एक लडक़ी को ढूंढ़ रहे थे. उस वक्त की सोसाइटी में कैमरे के सामने रोल करने को तैयार होना किसी लडक़ी के लिए बहुत बड़ी बात थी. लम्बे वक्त तक फाल्के एक्ट्रेस ढूंढ़ते रहे और जिन्हें भी उन्होंने अप्रोच किया वे उन्हें मना करती रहीं. एक रात वह एक रेस्ट्रों में खाना खा रहे थे जब उन्हें अपनी हीरोइन नजर आ गई.
उन्होंने उसे अप्रोच किया और बात बन गई. बाद में दादा साहब फाल्के की इस खोज ने करीब एक पूरा डिकेड उनकी फिल्मों में काम किया. ये थे अन्ना सालुन्के जो उस रेस्ट्रों के किचन में कुक के असिस्टेंट थे. अन्ना ने न सिर्फ फिल्म में फीमेल लीड तारामती का रोल किया बल्कि दो मेल रोल भी किए. अन्ना ने इसके बाद बतौर ‘एक्ट्रेस’ फाल्के की कई फिल्मों में काम किया. अधिकतर फिल्मों में उन्होंने मल्टिपल रोल किए. फिल्म लंका दहन में राम और सीता, दोनों का रोल सालुंके ने ही किया.