देश में प्रबल होते धार्मिक ध्रुवीकरण के दौर में अयोध्‍या में महंत विजयराम दास की हत्‍या हो गई है. महंत की लाश सुबह 7:30 बजे पाई गई और उनके शव के पास एक कुल्‍हाड़ी पाई गई.


अयोध्या के महंत विजयराम दास की हत्याअयोध्या में पिछले कुछ दिनों से सत्ता के संघर्ष में कई संतों की जान गई है. महंत विजय दास की हत्या को भी इस मामले से जोड़कर देखा जा रहा है. गौरतलब है कि महंत के शव के पास कुल्हाड़ी मिली है जिससे लग रहा है कि उन्हें कुल्हाड़ी से मारा गया है. मंदिर से मिले चुडि़यों के टुकड़े और कंडोम
अयोध्या के मणिराम छावनी सेवा ट्रस्ट के गंगाभवन मंदिर से महंत की लाश के अलावा टूटी हुई चूडि़यों के टुकड़े और कंडोम भी मिले हैं. स्थानीय पुलिस ने इन चीजों को सुबूत के तौर पर लिया है. इसके साथ ही पुलिस इस मामले को शक्ति और सेक्स से जुड़ा मान रही है. इस बारे में रामजन्मभूमी न्यास के अध्यक्ष और मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी कमलनयन ने कहा है कि महंत विजयराम दास किसी भी विवाद में नही फंसे थे. इसके साथ ही उनकी देखरेख में कोई विवादित मंदिर भी नही था. इसके साथ ही महंत कमलनयन दास ने कहा कि महंत विजयराम दास बिहार से बचपन में अयोध्या आए थे और महंत नृत्यगोपाल दास ने ही उन्हें गंगाराम मंदिर का महंत बनाया था. नहीं रुक रहा महंतों की हत्याओं का दौर


अयोध्या में महंतों की हत्याओं का दौर रुकने का नाम नही ले रहा है. इस मामले में पुलिस काफी छानबीन कर रही है और जल्द ही किसी हल पर पहुंचेगी. लेकिन इससे पहले अयोध्या में दर्जनों महंतों की हत्याएं हो चुकी हैं. इनमें महंत अयोध्या दास, महंत हरिभजनदास, रामाज्ञादास और महंत मैथिलीशरण दास की हत्याएं प्रमुख हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra