केंद्र सरकार की कार्यप्रणालियों में कमी निकालते हुए बहुजन समाज पार्टी बसपा की मुखिया मायावती ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में जमकर भड़ास निकाली. सरकार की बहुचर्चित जन-धन योजना पर निशाना साधते हुए उन्‍होंने कहा कि ऐसी योजनाओं भर से गरीबों का भला नहीं होना. असल मायने में उनकी मदद करनी है तो उन्‍हें आर्थिक लाभ देने की जरूरत है.


कहा, जरूरत है आर्थिक महामाया जैसी योजना कीबसपा मुखिया ने कहा कि गरीबों की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए उन्हें आर्थिक लाभ देने की सख्त जरूरत है, जैसा कि उत्तर प्रदेश में उनकी पूर्ववर्ती सरकार ने उत्तर प्रदेश गरीब आर्थिक महामाया योजना के जरिये किया था. जनधन योजना के तहत देश के गरीब लोगों के लिए सिर्फ बैंक खाता खुलवाने से कोई लाभ नहीं होगा और ना ही इस योजना से उन्हें कोई सीधी आर्थिक मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को भी पूरा नहीं कर सकते हैं. केंद्र पर साधा निशाना
मायावती ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केन्द्र की पिछली सरकारों ने गरीबों की मदद के लिए जो अनेक योजनाएं शुरू की थीं, उनको केन्द्र की मौजूदा भाजपा सरकार ने या तो बंद कर दिया या फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया. योजनाओं के जरिये अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और पिछड़े वर्ग के लोगों को जो भी मिल रहा था वह भी भाजपा की सरकार में अब शायद बंद हो जाएगा.केंद्र सरकार पर रहेगी पैनी नजर


बसपा प्रमुख ने कहा कि उनकी केन्द्र सरकार पर पैनी नजर है कि कमजोर वर्गो के लिए चल रही योजनाओं को लेकर उसका नजरिया कैसा है. बसपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत लाभार्थियों को एक लाख रुपये का बीमा कराए जाने पर कहा कि बीमा दावे की वह धनराशि आसानी से नहीं मिलेगी क्योंकि किसी भी दुर्घटना की बीमा दावा राशि मिलने में वर्षों लग जाते हैं.

Posted By: Ruchi D Sharma